अदरक के फायदे | Ginger in Hindi | Ginger Benefits in Hindi

चिकित्सा में अदरक के फायदे अनेक है। अदरक (ginger) की प्रसिद्धी रसोई और चिकित्सा में है। जिसके कारण इसका उपयोग दोनों स्थानों में किया जाता है। जहा यह भोजन को स्वादिष्ट बनाती है। वही चिकित्सीय गुणों को धारण करने से रोगोपचारक भी है। जिससे अदरक के फायदे और नुकसान को जानना आवश्यक है। इसके अन्य औषधियों के समिश्रण से इसकी कार्यशीलता बढ़ती है। जैसे – मधु, गुड़, नीबू आदि। जिसकी रोग विशेष में उपयोगिता होती है। जिन्हे अदरक के फायदे कहते है। जबकि स्वाभाविक गुणानुगति से अदरक के नुकसान भी है।

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आद्रक ( अदरक ) का ही संस्कारित या परिष्कृत रूप सोंठ है। जिसको अदरक से भिन्न माना गया है। जो चिकित्सीय या औषधीय गुणों के आधार पर है। अदरक (adrak) से सोंठ की निर्मिती के कारण दोनों के गुणों में समानता है। जबकि संस्कार के कारण इनके गुणों में भिन्नता है। जिसके कारण अदरक के लक्षणों के प्राप्ति होने पर, सोंठ का उपयोग होता है। जैसे ज्वर में अदरक का उपयोग वर्जित है। जबकि सोंठ का प्रयोग हितकारी है। जो संस्कारित करने का मूल ध्येय है। ज्वरापचार के लिए बुखार की सबसे अच्छी दवा का प्रयोग होता है।

सोंठ के फायदे अनेक रोगो में है। वही अदरक एक उत्कृष्ट जीवनोषधि है। अदरक से सोंठ बनती है। जिसके लिए अदरक से सोंठ बनाने की विधि बताइए जैसे प्रश्न किये जाते है। जिसके कारण दोनों के रासायनिक संगठन में समानता होती है। जिसको लेकर प्रश्न होता है। अदरक में क्या पाया जाता है? इसमें जिन्जेरोल एवं शोगोल नाम के दो कटु द्रव्य है। साथ ही रेजिन और स्टार्च की उपस्थिति है। जबकि सोंठमें यह सभी तत्व अधिक परिष्कृत रूपमें होते है। जिनके कारण दोनों की उपयोगिताओं में भेद है।

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अदरक क्या है (What is Ginger in Hindi)

अदरक का पौधा (ginger plant) प्रायः एक हाथ ऊँचा होता है। इसके पत्ते बांस के पत्तो के सामान। किन्तु उनसे छोटे होते है। इसकी जड़ ( root) में जो कंद (stem) होता है। उसी को अदरक कहा जाता है। जिसको लेकर अनेको भ्रांतिया है। जैसे – क्या अदरक जड़ है या तना (is ginger a root or stem), अदरक जड़ या तना (ginger is root or stem/ginger root or stem), अदरक तना या जड़ (ginger stem or root), क्या अदरक जड़ है (is ginger a root).

आदि (ginger meaning) का अभिप्राय अदरक है। जिसके लिए प्रश्न किया जाता है। अदरक को इंग्लिश में क्या कहते हैं? या अदरक को इंग्लिश में क्या बोलते हैं? अदरक meaning in english तो इसको जिंजर कहा जाता है। अदरक का वैज्ञानिक नाम (ginger scientific name) जिंजीबेर अफिसिनेल है। जिस प्रकार अन्य औषधियों वैज्ञानिक नाम है। उसी प्रकार का भी अदरक वैज्ञानिक नाम है। अदरक इन इंग्लिश और अदरक मीनिंग इन इंग्लिश जिंजर है।

इसका फूल (ginger flower) बहुतही कम देखने को मिलता है। किसी किसी पुराने पौधे पर फूल आते है। इसके फूल जामुनी रंग के होते है। फूलो की अनुपलब्धता के कारण यह आयुर्वेद में अवर्णित है। जबकि इसके कंद का प्रयोग सर्वत्र है। जो आदि की उपयोगिता को ख्यापक है। जिनको अदरक के फायदे (adrak ke fayde) कहते है। जिनका उपयोग पेट दर्द होने पर किया जाता है। आसानी से सुलभ होने से अदरक कंद सर्वाधिक प्रयुक्त की जाती है।

अदरक के अन्य भाषाओ में नाम ( Ginger Name in Different Languages)

वनस्पति विज्ञान में इनके कुल का निर्धारण किया गया है। जो आधुनिक विधा के अनुरूप किया गया है। जिसमे अदरक को जिंजीबेरेन्सी कुल में रखा गया है। जिसको अदरक कुल के नाम से भी जाना जाता है। इसके देशज ( क्षेत्रीय ) और विदेशी भाषाओ में अलग – अलग नाम है। जो इस प्रकार है –

संस्कृत (Ginger in Sanskrit ) : आद्रक, श्रृंगबेर, कटुभद्र और आद्रिका

हिंदी (Ginger in Hindi/ginger meaning in hindi) : अदरख, आदि

अँग्रेजी (Ginger in English) : जिंजर रुट (Ginger Root)

लेटिन (Ginger in Letin ): Zingiber Officinale ( जिंजिबर अफिसिनेल)

बंगाली (Ginger in Bangali) :

पंजाबी (Ginger in Panjabi) : अदरक, अद, अद्रक, आदा

मराठी (Ginger in Marathi) : आले

तेलगू (Ginger in Telgoo) : अल्ल, अल्लम

गुजराती (Ginger in Gugratee) : आदु

कर्नाटक (Ginger in Karnatak/Kannad) : अल्ल, असिशोंठि, हसीसूंठी

मारवाड़ी (Ginger in Maarvaadee) : आदो

तमिल (Ginger in Tamil) : शुक्क़, इन्जि

मलयालम (Ginger in Malyaalam) : इंची

फारसी (Ginger in Faarsee) : अंजीबीले तर

अरबी (Ginger in Arbi) : जंजबीले रतब

नेपाली (Ginger in Nepali) : अदुआ

उड़िया (Ginger in Oriya) : ओड़ा

अदरक के औषधीय गुण (Ginger Medicinal Uses in Hindi)

किसी भी द्रव्य की उपयोगिता उसके गुणों पर आश्रित है। उसी प्रकार अदरक के फायदे और नुकसान भी है, जोअदरक के औषधि गुण पर ही निर्भर है। इनके गुणों को अदरक के गुण इन हिंदी कहते है। इनको अदरक के फायदे बताइए भी कहते है। अदरक की जानकारी का प्रयोजन ही अदरक का उपयोग है। जिसे हम अदरक के फायदे भी कहते है।

अदरक के फायदे और नुकसान 

सोंठ की भाँती आदि भी मल का भेदन करने वाली, पाक में गुरु, तीक्ष्ण, उष्णवीर्य, अग्निदीपक, कटुरस युक्त, विपाक में मधुर रसयुक्त, रूक्ष, वात तथा कफ को नष्ट करने वाली होती है। जो अदरक के फायदे और नुकसान का निर्धारक है। इसकारण मनुष्यो के लिए अदरक प्रभावी (benefits of ginger for men) है।

अदरक की तासीर सोंठ जैसी उष्ण होती है। जिसके कारण यह कफ और वातनाशक है। जबकि पित्त रोगो में अदरक के नुकसान अनेको है। इसीकारण अदरक को पित्त रोगो में अनुपयुक्त माना जाता है। गिलोय की तरह ही अदरक का भी काढ़ा बनता है। जबकि ज्वरनाश के लिए गिलोय का काढ़ा अत्यंत उपयोगी है।

अदरक के फायदे हिंदी (Benefits Of Ginger in Hindi)

भोजन करने के पूर्व सर्वदा सेंधानमक के साथ अदरक का सेवन हितकारी होता है। जिसका कारण यह अग्नि का दीपन करने वाला, रुचिकारक, कंठ और जिह्वा का शोधन करने वाली होती है। यह अदरक खाने के फायदे है। जिनका उपयोग प्रतिदिन किया जाता है। जिनको आयुर्वेद में दिनचर्या कहा गया है। जिसका उल्लेख आधुनिक जीवन की स्वस्थ दिनचर्या में किया गया है। जिसमे अदरक को दिनचर्या (ginger lifestyle) के साथ जोड़ा गया है। इसको ही आंग्ल भाषा में ginger by lifestyle कहते है।

आधुनिक विज्ञान के अनुसार अदरक को जीवाणुनाशक माना गया है। जो औषधीय गुणों में उल्लेखित कटु द्रव्य के कारण है। जिसको हम अदरकके स्वास्थ्य लाभ (ginger health benefits in hindi), या जिंजर खाने के फायदे कहते है। वायरस आदिके कारण होने वाले सर्दी जुकाममें अदरकके उपयोग है। जबकि चिकित्सीय दृष्टी में अदरक के फायदे और नुकसान, की परख होनी अत्यंत महत्वपूर्ण है।

जंगल में उत्पन्न होने वाली अदरकको जंगली अदरक कहते है। जिसके फायदे अदरक के फायदे के सामान है। इस कारण इनको जंगली अदरक के फायदे  कहते है। गुणों में सम होने के कारण अदरक के नुकसान की, तरह इसके भी नुकसान है। सामान गुणों वाली औषधियों का समिश्रण, उपयोगिता में चार चाँद लगाती है। जिससे इनके गुणों में विस्तार होता है। जिससे इनका कार्यक्षेत्र बढ़ जाता है। जिसके कारण अदरक के क्या फायदे है ( what is benefit of ginger), जैसे प्रश्न होते है।

खाली पेट अदरक खाने के फायदे

आयुर्वेद चिकित्सा में औषधि सेवन के लिए खाली पेट को सर्वोत्तम माना गया है। जिसका कारण प्रातः काल में तीव्राराग्नि है। जिसमे औषधि ग्रहण आसानी से हो जाता है। यूष ( जूस और रस ) का सेवन भी सुबह करना लाभदायक है। कैंसर से बचाव, पाचन की समस्या आदि के लिए अदरक रस अच्छा है। जिसको अदरक के रस के फायदे (benefits of ginger juice) कहते है। इसके एक टुकड़े को कूचकर भी खाया जाता है। जिसको कच्चा अदरक खाने के फायदे कहा जाता है।

किसी भी द्रव्य का अधिक सेवन रोगकारक है। जबकि सीमित मात्रा रोगनिवारक है। जिसकी सावधानी को कच्चा अदरक खाने के फायदे और नुकसान, या सामान्यतः अदरक के फायदे और नुकसान कहते है। मात्रा का अतिरेक होने पर द्रव्यगत गुणों की प्राप्ति, स्वस्थ्य शरीर में होना स्वाभाविक है। जिसका कारण इनका पूर्ण रूप से अवशोषण न होना है। फिर चाहे वह कच्चा ही क्यों न हो। इसकारण कच्चा अदरक खाने के नुकसान भी है। जिनको अदरक के नुकसान कहा गया है। अदरक सेवन विधि की ही भाँती गिलोय सेवन विधि भी है।

अदरक और शहद के फायदे (Benefit Of Ginger and Honey in Hindi)

आयुर्वेद में अदरक शहद के फायदे (benefits of ginger honey), बताये गए है। जिसमे से इसके सर्वाधिक प्रचलित उपाय कफ रोगो में है। जैसे – श्वास, खांसी आदि। अनुपान की दृष्टि से मधु और अदरक का मेल है। जिसके कारण दोनों का उपयोग होता है। जिसको शहद के साथ अदरक के लाभ, (benefit of ginger with honey) कहते है। खांसी से ग्रस्त होनेपर खांसी का इलाज घरेलू उपयोगी है।

सर्दियों के दिनों में होने वाले सर्दी, जुकाम और बुखार में अदरक और शहद का उपयोग होता है। जिसको आंग्ल भाषा में benefits of ginger with honey कहते है। अदरक का रस और शहद दोनों बुखार में भी उपयोगी है। जिसके लिए अदरक और शहद खाने से क्या होता है? जैसे प्रश्न होते है।

अदरक और अजवाइन के फायदे (Benefits Ajwain And Ginger in Hindi)

पेट में गैस, अपच आदि की समस्या होने पर, अजवाइन और अदरक के फायदे है। जिसकी मात्रा में विसंगति होने पर दुष्परिणाम प्राप्त होते है। जिसको अदरक के नुकसान कहते है। मध्यकालीन भोजन में इसका प्रयोग उत्तम है।

गुड़ और अदरक के फायदे (Benefits of Gaggery And Ginger in Hindi)

गुड़ के साथ अदरक का रस शीतपित्त में उपयोगी है। यह प्रयोग पित्त दोषो का वारण करता है। यह  गुड़ के साथ अदरक के फायदे (benefit of ginger) है। यह सर दर्द, जुकाम, खांसी आदि में भी प्रयोग होता है।

अदरक का पानी पीने के फायदे (Ginger Water Benefits in Hindi)

आदि के पानी (ginger water) का उपयोग तीन प्रकार से होता है। पानी में उबाल कर, काढ़ा बनाकर और अदरक का रस निकालकर सोडा मिलाकर (ginger ale) किया जाता है। जिससे होने वाले लाभ को ginger ale benefits कहते है। इसको अदरक का कार्बोनेटेड पानी भी कहते है। जिंजर आले (benefit of ginger ale) को बनाना बहुत आसान है। यह आधुनिक प्रक्रिया से निर्मित है। जिसको अनेक लाभों से युक्त बताया गया है। जिनकी प्रसिद्धि अदरक में पहले से है। आयुर्वेद में ऐसी कोई भी विधि नहीं बतलाई गई है।

अदरक का गर्म पानी पीने के फायदे (benefit of ginger water), अनेको है। यह सभी प्रकार के ऋतु परिवर्तनों से होने वाली समस्याओ, को दूर करता है। जिसमे कफ सम्बन्धी सभी प्रकार के विकार होते है। जैसे – सर दर्द, जुकाम, नाक से पानी गिरना, छींक आना, हल्का बुखार आदि। जिनको ऋतु परवर्तन में अदरक के फायदे कहते है। मात्रा और अवधि पर अदरक के फायदे और नुकसान निर्भर है। जिसके कारण अदरक का पानी पीने के नुकसान और लाभ है। जिसके लिए चिकित्सा विशेषज्ञ का मार्गदर्शन आवश्यक है।

अदरक और काली मिर्च के फायदे (Benefits Of Ginger and Black Pepper In Hindi)

काली मिर्च और अदरक दोनों ही गर्म है। जिसके कारण कफ दोषोके निवारण में इनकी महती भूमिका है। अदरक से बनने वाली सोंठ, मरिच और पीपर का प्रयोग गुड़ और घी के साथ खांसी में परमोपयोगी है। यह सन्निपातिक कास में भी फायदेमंद है।

अदरक लहसुन नींबू के फायदे (Benefit of Ginger and Lemon in Hindi)

भारतीय भोजन में चटनी का विशेष महत्व है। जिसमे अदरक लहसुन (ginger garlic paste) का प्रयोग होता है। मोटापे को कम करने के लिए भी इनका उपयोग है। जिनसे फैटी लीवर, तिल्ली का बढ़ना जैसी समस्याए नहीं होती। इनको ही अदरक और लहसुन के फायदे कहते है। साथ ही इनका उपयोग अदरक का अचार (ginger pickle) बनाने में भी होता है।

आज का विज्ञान भी अचार को भोजन में महत्व देता है। जबकि आयुर्वेद में अनादी कालसे अचारका उपयोग होता रहा है। सभी प्रकार का अचार विटामिन सी का स्रोत है। इनकी उपयोगिता को ही अदरक के फायदे और नुकसान कहते है।

अदरक और नींबू के फायदे (Benefit of Ginger and Lemon water in Hindi)

लहसुन अदरक (ginger garlic) का कल्क (ginger paste) आयुर्वेदमें प्रसिद्द है। जिसके सेवन से अनेको प्रकार की स्वास्थ्य समस्याओ का समाधान होता है। जैसे मधुमेह आदि। अदरक और नींबू का रस (benefits of ginger lemon juice), किडनी रोग, पथरी ( पित्ताशय और गुर्दे की ), पेट में कीड़े मारने और अपच जैसी समस्या में कारगार है। जब इनको समग्रता से सम्मिलित किया जाता है, तो इसे अदरक लहसुन और नींबू के लाभ कहते है। इन तीनो का सबसे बड़ा लाभ मोटापे में है। जिसके नियमित सेवन से वजन घटता है।

लहसुन अदरक शहद के फायदे यूरिक एसिड को नियंत्रित रखने में मददगार है। जिससे गुर्दे अधिक समय तक काम करते है। जिसके परिणामस्वरूप हमे उत्तम स्वास्थ्य मिलता है। इनको अदरक लहसुन शहद के फायदे भी कहते है। आमतौर पर इनको ही अदरक के फायदे और नुकसान, के नाम से जानते है। यह नुस्खा कब्ज की समस्या से हमे बचाता है। जबकि कब्ज का रामबाण इलाज इससे बचने का पूर्ण उपाय है।

दूध अदरक के फायदे (Benefit of Ginger Milk in Hindi)

आधुनिक विज्ञान दूध को संतुलित आहार के रूप में देखता है। जिसका कारण इसमें पाया जाने वाला प्रोटीन ( वसा ), कार्बोहाइड्रेट जैसे अन्यान्य द्रव्य है। यह पाचन शक्ति को सुधारता है। इसके अतिरिक्त हड्डियों को मजबूत बनाना, गले की खरास, प्रतिरोधक क्षमता आदि को बढ़ाने का काम भी करता है। यदि अदरक के फायदे और नुकसान की बात करे तो, इसका लाभ लेने के लिए आधे से एक घंटे पानी आदि का सेवन नहीं करना चाहिए।

एक विशेष प्रकार की अदरक होती है। जिसे आम का स्वाद वाला कहा जाता है। जिसके प्रभावकारी असरको आम अदरक के फायदे (mango ginger Benefits), कहा जाता है। जिसको भूख बढ़ाने, मोटापा घटाने, जोड़ो के दर्द आदि में प्रयुक्त बताया जाता है। जबकि अदरक के फायदे और नुकसान इन हिंदी, की चर्चा ऊपर की गई है।

अदरक के फायदे पेट के लिए (Benefits of Ginger for Stomach in Hindi)

भोजन के पूर्व सेंधानमक और अदरक का सेवन लाभकारी है। ऐसा करने से भूख बढ़ती है। इसके साथ ही जिह्वा और कंठ की शुद्धि होकर, अन्न में रूचि भी बढ़ती है। जिसके कारण यह पाचन क्रिया कैसे सुधारे का यह महत्वपूर्ण चरण है। अधिक मात्रा का सेवन अन्य कारको का जनक है। जिनको अदरक के फायदे और नुकसान कहते है।

त्वचा के लिए अदरक के फायदे (Benefits of Ginger for Skin in Hindi)

एंटी – बैक्टीरियल और एंटी – आक्सीडेंट गुणों को धारित करनेके कारण, अदरक को सौंदर्य वर्धन में उपयोगी माना जाता है। जिंक की उपस्थिति के कारण त्वचाकी जलन कम करता है। इसके साथ ही त्वचा पर इसके रस को लगाने से दाग – धब्बे कम होते है। इसप्रकार के गुणों के कारण अदरक त्वचा के लिए उपयोगी है। इसको ही benefit of ginger on skin भी कहते है। त्वचा पर होने वाली खुजली में भी अदरकसे लाभ है।

उल्टी और जी मिचलाने में अदरक के फायदे (Adrak Ke Fayde for Nausea in Hindi)

अदरक रस एवं प्याज का रस उल्टी आदिमें उपयोगी है। इसके लिए दोनोंकी 10 -10 ग्राम की मात्रा लेनी चाहिए। आयुर्वेद में आदि की उपयुक्तता और अनुपयुक्तता को ही, अदरक के फायदे और नुकसान कहा गया है। स्वाथ्यलाभ के लिए इनकी सुनिश्चतता अपेक्षित है।

कैंसर में अदरक के फायदे (Ginger Cures Cancer in Hindi)

आधुनिक शोधो के आधार पर प्रमाणित हुआ है कि अदरक सभी प्रकार के कैंसर में उपयोगी है। फिर चाहे वह डिंबग्रंथियों का कैंसर हो, या कोलोरेक्टल कैंसर। जिसमे मिनेसोटा विश्वविद्यालय आदि का अध्ययन सम्मिलित है। सभी प्रयोगो में अदरक के नुकसान को ध्यानमें रखना चाहिए।

मासिक धर्म के दर्द से छुटकारा दिलाये अदरक पाउडर (Ginger Powder for Menstrual Cramps in Hindi)

 

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अदरक में एंटी – इंफ्लामेन्ट्री गुण पाया जाता है। जिसके कारण यह दर्द निवारक का भी काम करता है। जो पूर्णतया आधुनिक शोधानुसार है। जिसके कारण इसका प्रयोग मासिक दर्द से निजात पाने के लिए किया जाता है। जिसमे इसको पानी में उबालकर, काढ़ा बनाकर इत्यादी तरीको से लिया जा सकता है।

कान दर्द में अदरक के फायदे ( Ginger Benefits For Ear Pain in Hindi)

आदि का रस गुनगुना गरम करके कान में डालने से कर्णशूल दूर होता है। ध्यान रहे अत्यधिक गर्म रस यहाँ अदरक के नुकसान है। जिस ताप को उगली आसानी से सह सके। उतने गर्म रस का ही उपयोग करे।

अदरक के फायदे बालों के लिए (Benefit of Ginger for Hair in Hindi)

एंटी – आक्सीडेंट, एंटी – बैक्टीरियल होने के कारण, बालो के लिए अदरक का उपयोग होता है। जिससे यह बालो में होने वाली रूसी आदिको मिटाता है। जिसके लिए अदरक रसमें नीबू रस को मिलाकर लगाते है। रक्त प्रवाह को प्रेरित कर बालो को मजबूत बनाता है। अदरक का बालों के लिए उपयोग (benefit of ginger on hair), में उनको पोषण देना है। जिसमे अदरक का रस पीने के फायदे है। साथ ही अदरक तेल (ginger oil) भी इनमे उपयोगी है। इससे होने वाले लाभ को अदरक तेल के फायदे, (benefit of ginger oil) कहते है।

किसी भी औषधि का पूर्ण लाभ, हानि को जाने बिना नहीं प्राप्त किया जा सकता। इसकारण अदरक के नुकसान को जानना महत्व का है।

अदरक खाने के नुकसान (ginger side effects in hindi)

चिकित्सा शास्त्रों में औषधि सेवन की विधा बताई गई है। जिसमे आवश्यक मात्रा का सेवन अमृत और अनुपयुक्त मात्रा का, सेवन विषकारी ( अहितकर ) है। जो निम्न है –

  • उपयुक्त मात्रा से अधिक अदरक का सेवन हानिकर है। ऐसा होनेपर गंभीर जठर रोगो को उत्पन्न कर सकता है। जैसे – पेट से सम्बंधित अनेको प्रकार की समस्याए, दस्त, मुँह जलना, विध्वंशक उबकाई या डकार आदि।
  • कुछ मामलो में अदरक को गंभीर एलर्जिक प्रतिक्रियाए करता हुआ पाया गया है। जैसे – स्वरभंग, श्वास लेने में परेशानी, गला बंद होना, होठ और जीभ में सूजन होना, खुजली एवं रैशेष आदि है। ऐसा होने पर इसका उपयोग रोक देना चाहिए। समस्या गंभीर होने पर चिकित्सा विशेषज्ञ से सलाह लेना चाहिए।
  • यह रक्त – जमाव को धीमा कर सकता है, या रक्त के पतलेपन को प्रेरित कर बढ़ा सकता है। इस कारण अदरक उन लोगो के लिए खतरनाक हो सकता है। जो ब्लड क्लॉटिंग के लिए दवा पर आश्रित है।
  • पुराने ह्रदय रोग तथा वृक्क विकार ( ब्राइट्स डिजीज ) में अदरक हानिकारक है। जिसमे चिकित्सा विशेषज्ञ से सलाह लेकरही अदरक का उपयोग करना चाहिए।
  • कुष्ठ, मूत्रकृच्छ, रक्तपित्त, ज्वर, व्रण, पांडुरोग, दाह इन रोगो में इनका उपयोग निषिद्ध है। इनको ही अदरक के नुकसान कहते है।
  • इसके साथ ही ग्रीष्म और शरद ऋतु में अदरक सेवन अहितकर है। इनके अतिरिक्त अन्य ऋतुओ में परम उपयोगी है। जो अदरक के नुकसान कहलाते है।
  • आधुनिक शोधो में यह बात पायी गई है कि यदि पांच कप से अधिक अदरक चाय का सेवन अनिद्रा, सर दर्द, उल्टी, दस्त और दिल की धड़कन बढना जैसे रोगो को पैदा कर सकता है। यह अदरक की चाय के नुकसान है।

रोगो से बचने के लिए वनौषधियों का सेवन लाभकारी है। जिसके कारण अदरक आदि को रसोई में रखा जाता है। जो अनेको प्रकार से सेवनीय है। ध्यान रहे : 4 ग्राम से अधिक अदरक का सेवन हानिकर है।

अदरक से सम्बंधित प्रश्न (FAQ Related to Ginger)

अदरक का रस कैसे निकालते हैं?

पत्थर पर अदरक को महीन कूटकर और दबाकर इसका रस निकाला जाता है।

अदरक और शहद खाने से क्या होता है?

शहद और अदरक खाने से कफ रोगो का नाश होता है। जैसे सर्दी, जुकाम आदि।

अदरक खाने से क्या नुकसान है?

आनुपातिक मात्रा से अधिक अदरक का सेवन हानिकारक है। जिससे मुँह में जलन, दस्त, मिचली आदि समस्याए है।

कच्चा अदरक खाने से क्या फायदा है?

मधु के साथ कच्चा अदरक का सेवन किया जाता है। जिससे अदरक और मधु दोनों के गुणों की प्राप्ति हो जाती है।

अदरक को पानी में उबालकर पीने से क्या होता है?

इसको पानी में उबालकर पीने से खांसी, गला बंद, स्वरभंग, गला सहलाने जैसी समस्याए दूर होती है।

अदरक कितनी मात्रा में खाना चाहिए?

एक दिन में 4 ग्राम से अधिक मात्रा का सेवन स्वस्थ वयस्क व्यक्ति को नहीं करना चाहिए।

अदरक का सेवन कैसे करें?

इसका सेवन कच्चा, चटनी, काढ़ा, रस निकालकर इत्यादि के माध्यम से किया जा सकता है।

अदरक में कौन सा विटामिन पाया जाता है?

इसमें विटामिन डी, विटामिन – ए, विटामिन – ई पायी जाती है।

अदरक में कौन कौन से गुण पाए जाते हैं?

आधुनिक शोधो के अनुसार अदरक एंटी – आक्सीडेंट, एंटी – बैक्टेरियल, एंटी – इंफ्लामेन्ट्री गुणों से युक्त है। जिसके कारण इसको कफ रोगो को दूर करने वाली महौषधि कहा जाता है। 

बवासीर में अदरक खाना चाहिए या नहीं

बवासीर में अदरक खाने से पेट में जलन आदि होता है। यह बवासीर में अदरक के नुकसान है। जिसके कारण इस परिस्थिति में अदरक त्याज्य है।  

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