सहजन की फली से सहजन की सब्जी बनाई जाती है। जो खाने में स्वादिष्ट होने के साथ स्वास्थ्यवर्धक भी है। जिसमे अनेको प्रकार के पोषक तत्व पाए जाते है। जिनको सहजन के फायदे कहते है। जिसके लिए सहजन की फली की सब्जी कैसे बनाई जाय। जिससे सहजन की सब्जी के फायदे हमे प्राप्त हो सके। जिसको आयुर्वेद ने सहजन की फली के औषधीय गुण कहा है।
सहजन को मुनगा भी कहा जाता है। जिसके कारण इसको मुनगा की सब्जी (sahjan vegetable) भी कहते है। जिसका उपयोग सिर दर्द के घरेलू उपाय के रूप में किया जाता है। जिसमे सहजन की फली का चूर्ण का प्रयोग भी है। जिसका सेवन गर्म पानी के साथ किया जाता है। जबकि पानी की अशुद्धि को दूर करने में, इन बीजो का महत्वपूर्ण योगदान है।
मोरिंगा की फली का साग आंत के कीड़ो को मारता है। जिसके कारण बच्चो और बड़ो दोनों के लिए सामान रूप में उपयोगी है। पेट में कीड़े या किसी आंतरिक अंग में, कीड़ो की समस्या पर भी यह प्रभावी है। जिससे यह ब्रेन ट्यूमर ( मस्तिष्कार्बुद ) की समस्या में भी मददगार है। जिसके लिए सहजन की फली कैसे खाए को जानने की आवश्यकता है।
सहजन की सब्जी कैसे बनाएं (sahjan ki fali ki sabjee kaise bnaae)
सामान्य तौर पर सहजन वात और कफ नाशक होता है। जिसके कारण सहजन की फली की तासीर उष्ण मानी जाती है। फाल्गुन और चैत्र में सेवनीय सभी खाद्य पदार्थ, गर्म तासीर के ही होते है। जिसका सेवन करने से पूर्व ऋतुओ में आयी विसंगति का, प्राकृतिक रूप से क्षारण हो जाता है। वही इनका सेवन न करने पर दोष कुपित होते है। जैसे – माइग्रेन ( आधाशीशी ) का दर्द वात नामक दोष के कुपित होने से भी होता है।
आयुर्वेद में हिचकी आने का कारण भी, वात दोष की प्रधानता को माना गया है। जिसको दूर करने में सहजन सहायक है। इस कारण सहजन की सब्जी कैसे बनती है को जान लेना और भी आवश्यक है। तो आइये जानते है कि सहजन की फली की सब्जी कैसे बनाएं ? इसको ही कुछ लोग सहजन की फली कैसे बनाएं भी कहते है। जबकि कुछ लोगो को सहजन की फली का अचार अच्छा लगता है। जिसका वह सेवन भी करते है।
सहजन की फली in english मे ड्रमस्टिक कही जाती है। जिसको आलू के साथ भी बनाया जाता है। जिसको जानने के लिए आलू सहजन की सब्जी कैसे बनाएं जैसे प्रश्न पूछे जाते है। जिसकी विधि नीचे दी जा रही है।
सहजन की फली की सब्जी बनाने की विधि
सहजन की सब्जी रेसिपी बहुत की सरल है। जिसको कोई भी जल्दी से सीख सकता है, और बनाकर इसका स्वाद चख सकता है। जिसके लिए निम्नलिखित सामाग्रियो की आवश्यकता पड़ती है –
आवश्यक सामग्री Ingredients Needed सहजन की फली 250 ग्राम Sahjan fali 250 gram आलू 2 Potato 150 - 200 gram लहसुन की कलियां 5 से 6 Garlic buds 5 to 6 हरी मिर्च svaadanusaar Green chilies प्याज 1 Onion 1 टमाटर 1 Tomato 1 तेल 4 चम्मच Cooking Oil ( Mustered or coconut) - 4 tbsp राई ½ छोटा चम्मच Mustard seeds ½ tsp जीरा ½ छोटा चम्मच Cumin seeds ½ tsp नमक 1 छोटा चम्मच Salt 1 tsp or as required लाल मिर्च पाउडर 1 छोटा चम्मच Red chili powder 1 tsp हल्दी पाउडर ¼ छोटा चम्मच Turmeric powder ¼ tsp धनिया पाउडर 2 छोटे चम्मच Coriander powder 2 tsp गरम मसाला ½ छोटा चम्मच Garam masala ½ tsp हरा धनिया बारीक कटा हुआ Green coriander finely chopped
आवश्यक सामग्री (Ingredients Needed)
- सहजन की फली – 250 ग्राम
- आलू – 100 – 200 ग्राम
- लहसुन – 5 से 6 कली
- लाल / हरी मिर्च – स्वादानुसार
- प्याज – लगभग 20 ग्राम
- टमाटर – लगभग 20 ग्राम
- तेल – लगभग 4 चम्मच
- राई ( सरसो के दाने ) – ½ छोटा चम्मच
- जीरा – ½ छोटा चम्मच
- सेंधा या समुद्री नमक – स्वादानुसार
- अदरक – एक छोटा टुकड़ा
- हल्दी पाउडर – ¼ छोटा चम्मच या एकछोटी गाँठ
- धनिया पाउडर – 1 छोटे चम्मच
- गरम मसाला – ½ छोटा चम्मच
- बारीक कटा हुआ हरा धनिया
यह बिना प्याज और लहसुन की भी बनाई जाती है। क्योकि सात्विक भोजन में इन दोनों का सर्वथा निषेध किया गया है। इसकारण सहजन की सब्जी का स्वाद सभी ले सकते है।
सहजन की सब्जी बनाने की विधि
सहजन की सब्जी बनाना बहुत ही आसान है। इसकी फलिया बहुत ही लाभकारी है, विशेषकर हड्डी रोग से पीड़ित लोगो के लिए। जिसके लिए सहजन की सब्जी विधि आवश्यक है। जो इस प्रकार है –
- सहजन की फली की सब्जी बनाने के लिए, इसकी फलियों को साफ पानी से धोये।
- फिर उसके छिलके को नेरकर निकाल दीजिये।
- और 3 से 4 इंच के छोटे – छोटे टुकड़ो में काट लीजिए।
- आलू को छोटे – छोटे टुकड़ो में काटकर रख लीजिए।
- सरसो, हल्दी, जीरा, धनिया, प्याज, मिर्च और लहसुन को सिलबट्टे पर या मिक्सर में पीस लीजिए।
- अब गैस या चूल्हे की हल्की आंच पर कढ़ाई में तेल डालकर हल्का सा गर्म करे।
- इसके बाद पीसे हुए मसाले को कढ़ाई में डाले और पकाए।
- जब मसाला पककर लाल जो जाए तब आलू को डाले और कुछ समय तक पकाये।
- अब नेरकर रखी हुई सहिजन की फलियों को कढ़ाई में डाले।
- कुछ समय तक कलछुल या बड़े चम्मच से इसको हिलाते रहे। जिससे सब्जी जले नहीं।
- ऐसा होने में लगभग 8 मिनट लगेगा।
- इसके बाद कढ़ाई में लगभग 250 ग्राम पीने वाला पानी डाले।
- तदुपरांत सेंधा नमक डालकर, ढककर पकने दे।
- जब सब्जी पाक जाए अर्थात आलू और उसमे डाली हुई फली पाक जाए।
- जिसके लिए किसी चम्मच से दबाकर देखे, कि सब्जी पकी या नहीं।
- तब टमाटर के छोटे – छोटे टुकड़े काटकर कुछ समय तक पकाए।
- अब सब्जी को चूल्हे से उतारकर, कटी हुई धनिया मिलाकर परोसे।
- सहजन की यह सब्जी रोटी और पराठे दोनों के साथ खाई जा सकती है।
- परन्तु ज्यादातर लोग सहजन की सूखी सब्जी पराठे के साथ पसंद करते है। जिसके लिए उपरोक्त विधि में पानी की कम मात्रा का उपयोग करे।
सहजन की फली की सब्जी खाने के फायदे
सहिजन की भाँती इसकी फली भी कफ और वात नाशक है। जिसका सेवन करने से कफ और वात के द्वारा, होने वाले रोगो से बचा जा सकता है। जैसे पेट में गैस बनना और खांसी आना आदि है।
पेट में होने वाले सभी प्रकार के दर्दो में, वात दोष के कुपित होने से सर्वाधिक रोग होते है। जिसको नियंत्रित करने में सहिजन का भी उपयोग है। वही इनको नियंत्रित करने में पेट की गैस को जड़ से ख़त्म करने के उपाय भी उपयोगी है।
सहजन की फली के नुकसान
आयुर्वेद में सहिजन को तिक्तरसयुक्त, मधुर, उष्णवीर्य, रुक्ष, मलावरोधक और विदाहकारक आदि गुणो से युक्त बताया गया है। जिसका अमात्रात्मक और अनुपयुक्त प्रयोग अनेक प्रकार की समस्याए उत्पन्न कर सकता है।
निष्कर्ष / उपसंहार ( Conclusion) :
स्वास्थ्य को सहेजने का सस्ता और सर्वोपयोगी उपाय, मौसमी खाद्य पदार्थो का आनुपातिक मात्रा में सेवन करना है। परन्तु हम ऐसा न करके महगें, आकर्षक और कृत्रिम स्वाद वाली वस्तुओ का सेवन करते है। जिससे हमारा पर्याप्त पैसा तो खर्च होता ही है, और उनमे पाए जाने वाले रसायनों के चलते अनुकूल स्वास्थ्य नहीं मिलता है। ऐसी स्थिति में हम आर्थिक और शारीरिक रूप से दुर्बल होते जाते है। जिससे थोड़ी भी अनबन होने पर, शारीरिक ही नहीं मानसिक स्तर पर भी स्वयं को कमजोर ही पाते है।
इस कारण सहजन की फली की सब्जी कैसे बनाएं, को हम सभी को सीखना चाहिए। जिससे मौसम के अनुकूल पोषक तत्व हमें प्राप्त हो सके। साथ ही हमारे भीतर के दोष भी संतुलित रहे। जिनसे हमें अनुकूल स्वास्थ्य सुलभ हो सके।
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