बवासीर जीवनशैली से जुड़ी हुई बीमारी है। जिसमे गुदा की शिराए खून से भरकर फूल जाती है। जिन पर सौत्रिक तंतु का आवरण बनते रहने से, मांस के मस्से बन जाते है। जिनको बवासीर के लक्षण कहा जाता है। जिसमे अक्सर कोई न कोई पेट से जुडी समस्या पायी ही जाती है।
इसमें सबसे बड़ा योगदान, हमारे द्वारा किये जाने वाले भोजन का होता है। इसके लिए आयुर्वेद में कुछ ऐसी सब्जियां है। जिनका सेवन बवासीर में करना अत्यंत हानिकारक होता है। तो आइये जानते है कि बवासीर में कौन सी सब्जी नहीं खाना चाहिए और कौन सी खाना चाहिए?
बवासीर के रोगियों के लिए सही आहार का सेवन करना, दवा से भी अधिक महत्वपूर्ण माना गया है। जिसका सबसे बड़ा कारण भूख की शांति करना है। जिसके लिए केवल आहार करना उपयोगी नहीं, अपितु पोषण युक्त आहार की आवश्यकता होती है।
जब तक भोजन में इन दो विशेषताओं का समावेश न हो। तब तक हमारे द्वारा किया गया भोजन, न हमें स्वस्थ रख सकता है और न हमारे रोगों को मिटा सकता है। इन्ही कारणों से बवासीर में क्या खाना चाहिए और क्या नहीं को जानना आवश्यक है।
बवासीर की प्रकृति दोषो पर निर्भर करती है। जिसके कारण बादी बवासीर के लक्षण और खूनी बवासीर के लक्षण में भेद आ जाता है। जो व्यक्ति से व्यक्ति में अलग – अलग देखा जाता है। जिसके कारण बादी बवासीर का उपचार करने में, मस्से वाली बवासीर में क्या खाना चाहिए को जानने की आवश्यकता है।
ठीक उसी प्रकार जैसे खूनी बवासीर के उपचार में, खूनी बवासीर में क्या खाना चाहिए को जानना उपयोगी है। इसलिए बवासीर के मरीजों के लिए सही आहार बहुत महत्व रखता है। जिनका ध्यान रखकर बवासीर को स्थायी रूप से मिटाया जा सकता है।
बवासीर में कौन सी सब्जी नहीं खानी चाहिए ( bawasir mein kaun si sabji nahi khane chahiye )
बवासीर होने पर आयुर्वेद में विष्टम्भकारक और गुरूपाकी पदार्थ का सेवन त्याज्य है। जिसमे कौन – कौन सी वस्तुए आती है? इसकी जानकारी हममे से ज्यादातर लोगो को नहीं होती। इसकारण बवासीर में कौन सी सब्जी खाई जाती है और कौन सी नहीं के फेर में हम फसे रहते है। इस कारण बवासीर अथवा पाइल्स में कौन सी सब्जी नहीं खानी चाहिए को जानना जरूरी है। जबकि बवासीर के निदान और उपचार में, सही आहार लेना बहुत जरूरी है। जिसमे निम्न सब्जियों के सेवन का प्रतिषेध बवासीर में किया गया है –
- परोरा ( खेस्का )
- तुम्बी ( तितलौकी )
- पोइ का साग
- शकरकंद
- आलू, आदि।
यह सभी सब्जियां पचने में भारी और बहुत ही चिकनी होती है। जिससे यह देर से पचने के साथ अत्यधिक गैस करती है। जिसके कारण उदर कोष्ठो पर अत्यधिक दबाव पड़ता है। जो पक्वाशय आदि को प्रभावित करता हुआ, गुदा के अंतिम भाग की शिराओ को आबद्ध करता है। जिसके कारण गुदाद्वार पर या गुदा के भीतर मांस के मस्से निकल जाते है। जिसमे बवासीर की गारंटी की दवाई बहुत ही प्रभावी है।
बवासीर में कौन सी सब्जी खाएं ( bawasir mein kaun si sabji khane chahiye )
बवासीर जीवनशैली से जुड़ा हुआ रोग होने के कारण, चिकित्सा विशेषज्ञ रोगी को सावधानी पूर्वक भोजन करने की सलाह देते है। जिससे रोगी को बवासीर में कौन कौन सी सब्जी खाना चाहिए और कौन सी नही का भ्रम हो जाता है। जिसके निदान के लिए आयुर्वेद में वात नाशक और अग्नि प्रदीपक वस्तुओ का सेवन हितकारी माना गया है। जिसमे कौन सी सब्जियां आती है? यह उससे भी बड़ा प्रश्न है। तो आइये जानते है कि बवासीर में कौन सी सब्जी खाना चाहिए?
हमारे भोजन में सब्जियों का विशेष योगदान है। जहाँ एक ओर यह हमारे शरीर के लिए विटामिन का स्रोत है। वही दूसरी ओर इनका जायकेदार स्वाद भोजन को रुचिकर बनाता है। जिसका आयुर्वेद में ध्यान रखकर और सब्जियों के स्वाभाविक गुणों को परखकर पर, निम्न सब्जियों को बवासीर में उपयोगी पाया गया है –
- परवल की पत्ती और फल
- लहसुन
- बथुआ
- जम्बीरी नींबू
- हरड़
- पुनर्नवा के पत्ते
- चित्रक
- शालिन्चशाक
- जीवंती शाक, आदि।
ऊपर बातये गए सभी पदार्थ पचने में आसान, गैस न करने वाले होते है। जिससे इनका सेवन बवासीर में करना लाभकारी है। यह बवासीर के मस्सों को जड़ से ख़त्म करने का उपाय जैसा ही उपयोगी है।
उपसंहार:
बवासीर से छुटकारा पाने के लिए खान – पान का विशेष ध्यान रखना आवश्यक है। जिसमे बहुत सी ऐसी सामाग्रियां है। जो बवासीर में व्यवधान पैदा करती है। जिसमे भोजन का लगभग आधा भाग सब्जियों के द्वारा ही पूरा होता है। इसलिए बवासीर में कौन सी सब्जी नहीं खाना चाहिए और कौन सी खाना चाहिए का विशेष ध्यान रखना आवश्यक है।
ध्यान रहे : हमारे लिए सब्जियाँ विटामिन्स का स्रोत है। जिनके अभाव मे रोग होना तय है। जबकि रोग को मिटाने और स्वस्थ बने रहने के लिए, आहर – विहार का ध्यान रखना आवश्यक है। जिसमे उपयुक्त हवा, पानी, आहार के साथ व्यायाम और पर्याप्त आराम की आवश्यकता पड़ती है। इन सब के बिना रोग मुक्त होना असम्भव है।
सन्दर्भ:
भैषज्यरत्नावली चिकित्सा अध्याय – 09
FAQ
बवासीर में कौन सी सब्जी खानी चाहिए?
बवासीर में उन सब्जियों का सेवन गुणकारी है। जो पचने में हल्की और गैस न करने वाली हो। जिससे विष्टम्भकारी, चिकनी और गरिष्ट सब्जियों का सेवन नहीं करना चाहिए। जैसे – बंडा, अरुई आदि। वही इसके विपरीत गुण रखने वाली सभी सब्जियों का सेवन गुणकारी है।
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