आयुर्वेद में सोंठ ( dry ginger ) को औषधि बताया गया है। जिसके कारण सोंठ को आयुर्वेदिक औषधि कहा जाता है। प्रकृतिजन्य औषधीय गुणों की स्वाभाविक अनुगति ही, व्यवहारिक जगत में सोंठ के फायदे कहलाती है। इसके चूर्ण को सोंठ पाउडर (dry ginger powder) कहते है। जिसके सेवन से होने वाले लाभ को, सोंठ पाउडर के फायदे कहते है। चिकित्सा में द्रव्य लाभ और हानि का विशेष उपयोग है। जिसको सोंठ के फायदे और नुकसान कहते है।
सनातन काल से सोंठ का उपयोग स्वास्थ्य रक्षण, पोषण और रोगोपचार में होता आया है। जिससे यह न केवल चिकित्सा विशेषज्ञों बल्कि रसोई ( स्वयंपाक घर ), दोनों के लिए सामान रूप से उपयोगी थी। आयुर्वेदज्ञों ने रसोई को रसवती शब्द से भी सम्बोधित किया है। जिसका कारण सोंठ आदि से सुसज्जित द्रव्यों की उपस्थिति है। इसकारण चिकित्सा में इनका उपयोग अनादि काल से होता आया है।
जिसको हम घरेलू उपचार, घरेलू नुस्खे आदि के नाम से जानते है। इनकी सबसे बड़ी विशेषता यह है कि, यह जितनी आसानी से सुलभ है, उतनी ही प्रभावी है। जिनसे इनकी उपयोगिता में चार – चाँद लग जाते है। जैसे – गिलोय अनेको प्रकार से उपयोग होती है। जिसको गिलोय सेवन विधि कहा जाता है। सोंठ को कफ रोगो में विशेष रूप से लाभकारी बताया गया है। इसलिए सर्दी – जुकाम – बुखार और खांसी में सोंठ खाने के फायदे है।
सोंठ क्या है ( What Is Dry Ginger in Hindi)
आयुर्वेद के अनुसार सोंठ अदरक का परिस्कृत रूप है। जिसको बनाने की एक विशेष विधा है। जिसके माध्यम से इसके गुणों को अधिक समय के लिए, परिस्कृत रूप में संरक्षित किया जाता है। जिससे इसका उपयोग वर्ष भर किया सके। जिसके लिए लोग प्रश्न करते है। सोंठ ka meaning, सोंठ meaning,सौंठ क्या है?
सोंठ हिंदी भाषा का शब्द है। जिसको आंग्ल भाषा में ड्राई जिंजर (dry ginger) कहते है। इसलिए dry ginger powder meaning in hindi, dry ginger powder in hindi का अभिप्राय सोंठ का चूर्ण है। जब what is dry ginger called in hindi कहते है, तो इसका मतलब भी सोंठ ही होता है। जिसके फायदों को sonth ke fayde के नामसे जानते है।
सोंठ कैसे बनती है (Dry Ginger Making Process in Hindi)
अदरक से ही सोंठ बनायी जाती है। जिसके लिए उसको विशेष विधि से सुखाया जाता है। तदुपरांत सोंठ प्राप्त होती है। जिसका स्वरूप अदरक से भिन्न होता है। इसके साथ ही गुणों में उत्कृष्टता बढ़ती है। जिसको सोंठ के फायदे कहते है। आदि ( अदरक ) को सोंठ बनाने के लिए पानी से, अच्छी तरह धोया जाता है। इसके बाद पानी या दूध में उबाला जाता है। ऐसा हो जाने पर सूखा लिया जाता है। जिसे सोंठ कहा जाता है। जब सोंठ meaning in hindi को सोंठ ही कहते है।
आयुर्वेद में जैसे गिलोय से गिलोय घनवटी बनायी जाती है। वैसे ही अदरक से सोंठ बनायी जाती है। अंतर केवल इनके बनाने की विधि का है। घनवटी के लाभ के लिए, गिलोय घनवटी कैसे खाना चाहिए को जानने की आवश्यकता है।
सोंठ के प्रकार
सामान्यः सोंठ दो प्रकार की होती है। रक्ताभ भूरी और सफ़ेद।
रक्ताभ भूरी : यह केवल आदि को बिना कुछ मिलाये। उबालकर सुखाकर बनायी जाती है। जिसमे रेशे अधिक होते है।
सफ़ेद : इसके लिए आदि को चूने के साथ उबाला जाता है। जिसको चूने का शोधन कहा जाता है। ऐसा करनेसे देखने में सफ़ेद और टिकाऊ हो जाती है। जिस सोंठ में रेशे कम होते है। वह अच्छी मानी जाती है।
सोंठ के अन्य भाषाओ में नाम (Dry Ginger Name in Different Languages)
विभिन्न भाषाओ में सोंठ के नाम इस प्रकार है –
सोंठ का अंग्रेजी नाम /सोंठ in english name/सोंठ का english name/dry ginger in english/सोंठ in english/sonth in english : Dry Zingiber ( ड्राई जिंजिबेर), Ginger ( जिंजर)
सोंठ का लेटिन में नाम : Zinbiber Officinale Roscoe, Fam. Zingiberaceae
सोंठ का तमिल नाम / dry ginger in tamil : शुक्कु
सोंठ का तमिल नाम /dry ginger in telugu/सोंठ meaning in telugu : शोंठी, सोंठी, सोंटी
dry ginger in kannada/सोंठ meaning in kannada/dry ginger in malayalam : शुण्ठि, शोंठि, ओणसुठि, वेनशुठी
सोंठ meaning marathi/सोंठ in marathi : सूंठ
सोंठ meaning in urdu/ सोंठ का फारसी नाम : जज्ज्बील, जज्बीलख़ुश्क
सोंठ का गुराती नाम / सोंठ meaning in gujraatee : शुण्ठ्य, सुंठ – सूंठ
सोंठ का हिंदी नाम /सौंठ in hindi/सोंठ meaning hindi : सोंठ, सौंठ, सूंठ, सिंघी
सोंठ का बंगाली नाम : शुण्ठ, शुण्ठि, सुंट
सोंठ का पंजाबी नाम / सोंठ in punjabi : सूंड
सोंठ के संस्कृत नाम : शुण्ठी, विश्वा,विश्व, नागर, विश्वभेषज,ऊषण, कटुभद्र, श्रृंग्वेर, महौषध
सोंठ और अदरक में अंतर (Dry Ginger vs fresh Ginger in Hindi)
आयुर्वेदानुसार सोंठ उबाली सूखी अदरक को कहा जाता है। जबकि ताजी गीली आदी को अदरक कहा जाता है। जिसके तने प्रयोग किया जाता है। इनको ही Dry Ginger vs fresh Ginger ayurveda कहा जाता है। सोंठ से प्राप्त होने वाले लाभ को सोंठ के फायदे, और अदरक से प्राप्त होने वाले लाभ को अदरक के फायदे कहते है। जिनके आधार पर इनका चिकित्सीय उपयोग होता है। चिकित्सीय सिद्धांतो में सोंठ के फायदे और नुकसान पर, विधिवत विचार किया गया है।
सोंठ का रासायनिक संगठन ( Chemical Organization of Dry Ginger)
सोंठ में 1-3 % उड़नशील तैल पाया जाता है। इसमें जिन्जेरोल और शोगोल नामक कटु द्रव्य होता है। जिसके कारण इसका स्वाद कडुआ होता है। इसके अतिरिक्त इसमें रेजिन तथा स्टार्च भी पाया जाता है। जिनके कारण सोंठ के फायदे व्यवहारिक जगत में दिखाई पड़ते है। अच्छी गुणवत्ता युक्त सोंठ में रास की मात्रा 6% से अधिक नहीं होती। जिसमे घुलनशील राख की मात्रा 1.7 % से कम नहीं होती। इसके कारण ही सोंठ के फायदे और नुकसान भी होते है। इसलिए आवश्यकता पड़ने पर उचित मात्रा में प्रयोग करना चाहिए।
सोंठ के औषधीय गुण (Dry Ginger uses in Hindi)
सोंठ की तासीर (sonth ki taaseer) प्रायः उष्ण होती है। इसकारण श्वास, कास आदि रोगो में उपयोगी है। जिनको कफ रोग के नाम से जाना जाता है। कफ का नाश करने के कारण सोंठ को, कफ नाशक औषधि कहा जाता है। आयुर्वेद में सोंठ के औषधयुक्त गुणों को ही सोंठ के फायदे कहा गया है। जबकि सोंठ में अनुगत गुण इस प्रकार है –
यह रुचिकारक, आमवातनाशक, पाचक, कटुरस युक्त, लघुपाकी, स्निग्ध, उष्णवीर्य, विपाक में मधुर रस युक्त, कफ, वाट और विबंध ( विबद्धता ) को दूर करने वाली, वृष्य, स्वर के लिए हितकारी, वमन, श्वास, शूल, कास, हृदयरोग, शोथ, वबासीर, आनाह और उदर की वायु आदि समस्याओ को दूर करती है। जिसके आधारपर सोंठ के फायदे और नुकसानका निर्धारण होता है।
सोंठ के फायदे (Dry Ginger Benefits in Hindi)
यह सोंठ अनेक रोगो में, अन्य दवाओं के साथ उपयोग में आती है। सोंठ काली मिर्च पिपली ( पिप्पली ) तीनो मिलकर त्रिकटु कहलाती है। जिसका आयुर्वेद में बहुत उपयोग होता है। जिसके कारण यह प्रसिद्द भी है। इसी प्रकार सोंठ सतावर गोरखमुंडी इनकाभी एकसाथ प्रयोग होता है। जिनसे सोंठ का महत्व अनुपान आदि के, द्वारा भी ख्यापित होता है। जिनको सोंठ के फायदे (sonth benefits) कहा जाता है।
सोंठ एक उत्तम पाचक, कफघ्न, वातहर तथा उत्तेजक सुगन्धित द्रव्य है। जिसके कारण सोंठ खाने का तरीका कुछ भिन्न है। जिसमे इसकी समानता रखने वाली औषधियों का प्रयोग होता है। जिसे इसकी अनुपानक द्रव्योषधि कहते है। इनके आधार पर ही सोंठ के फायदे और नुकसान है। इनके साथ ही आधुनिक जीवन की स्वस्थ दिनचर्या का, पालन भी निरोगी रहने का स्वस्थ उपाय है।
सोंठ पाउडर के फायदे (benefits of dry ginger powder in Hindi)
साबुत सोंठ को पीसकर या कूटकर चूर्ण बनाया जाता है। जिसे सोंठ चूर्ण (sonth powder) कहते है। जिसके सेवन से होने वाले लाभ – हानि को सोंठ के फायदे और नुकसान कहते है। सोंठ ka english meaning ड्राई जिंजर है। यह बाजार में दो रूपों में मिलती है। खड़ी और चूर्ण के रूप में। जिसको सोंठ पाउडर price या सोंठ का मूल्य,(dry ginger price/dry ginger powder price) कहते है। प्रति किलो सोंठ के चूर्ण के दाम (dry ginger rate), की बात करे तो 700 -800 है। (dry ginger powder price per kg)
अजवाइन और सोंठ के फायदे
अजवाइन पित्तनाशक है, और सोंठ वात और कफ को दूर करती है। जिससे यह अनेको रोगो में प्रयोग की जाती है। ऐसा होने पर यह त्रिदोशघ्न हो जाती है। जो सभी प्रकार के उदर विकार में उपयोगी है। जैसे गैस बनना, उबकाई आना, मंदाग्नि इत्यादि। जिसके कारण इसको सोंठ और अजवाइन के फायदे कहते है। जो सोंठ पाउडर के फायदे से अलग है।
आजकल सोंठ की चाय (dry ginger tea), और सोंठ की काफी ( dry ginger coffee) बनायी जाती है। इसके साथ ही सोंठ की टॉफी (dry ginger candy, dry ginger ale) भी बनाते hai. जिससे सोंठ का लाभ तो मिलता है। लेकिन आयुर्वेद में इनका कोई वर्णन नहीं है। जिनके आधार पर सोंठ के फायदे और नुकसान है।
गुड़ और सोंठ के फायदे (Dry Ginger and Jaggery balls in Hindi)
सोंठ और गुड़ का प्रयोग अनेक रोगोमें किया जाता है। जैसे – वबासीर ( अर्श ), अजीर्ण, अतिसार, गुल्म, शोथ, प्रमेह, पीलिया आदि। जिनको हम सोंठ के फायदे के नाम से जानते है। इन सभी में सोंठ के चूर्ण का ही प्रयोग होता है। जिसके कारण इसको सोंठ पाउडर के फायदे भी कहते है।
शहद और सोंठ के फायदे (Dry Ginger Powder with Honey Benefits in Hindi)
दूध और सोंठ के फायदे ( dry ginger powder with milk benefits in Hindi)
सोंठ और दूध के फायदे गर्भपोषण, प्रसवोपरांत है। जो की महिलाओ के लिए विशेष उपयोगी है। इसको सोंठ वाला दूध (sonth wala doodh) भी कहते है। प्रसव के बाद गांव – देहात में पिसुआ बनाया जाता है। जिसे नव प्रसूताओं को पिलाया जाता है। जो गर्भाशय को शक्ति प्रदान करने के साथ इसकी सफाई भी करता है। सोंठ और दर्द दोनों का तालमेल है। जो नव प्रसूताओं को होने वाले दर्द से निजात दिलाता है।
हल्दी और सोंठ के फायदे ( haldi aur sonth ke fayde)
सोंठ और दूध का सेवन प्रतिरक्षा तंत्रा को मजबूत बनाता है। जब दूध में हल्दी और सोंठ मिलाया जाता है। तब यह जीवाणु जनित रोगो से रक्षण का कार्य करती है। यह कम ताप के बुखार को भी ठीक करती है। जबकि चिकित्सा में बुखार की सबसे अच्छी दवा का प्रयोग होता है। इसकारण सोंठ के फायदे और नुकसान को जानकारही प्रयोग करना चाहिए।
सोंठ और लौंग के फायदे
पेट में गैस की समस्या होने पर सोंठ और, लौंग से फायदा (Laung Benefits In Acidity in Hindi) है। जिसमे 10 ग्राम लौंग, सोंठ, अजवाइन,सेंधानमक को पीस कर 40 ग्राम गुड़ मिला ले। इसके बाद इनकी छोटी छोटी गोली ( 350 mg) बना ले। इसकी एक गोली का सेवन दिन में 2- 3 बार करे। ऐसा करने से कुछ ही दिनों में गैस की, समस्या से छुटकारा मिल जाता है। जिसको सोंठ पाउडर के फायदे (dry ginger health benefits) भी कहते है।
खांसी के लिए सोंठ (Dry Ginger for Cough in Hindi)
सोंठ का प्रयोग खांसी की सबसे अच्छी दवा के रूप में होता है। जिसमे सोंठ, मरिच और पीपर ( सम भाग ) को घी और गुड़ के, साथ प्रयोग किया जाता है। जिसको खांसी का इलाज घरेलू भी कहा जाता है। जिसके आधार पर सोंठ के फायदे और नुकसान है।
वजन घटाने के लिए सोंठ (Dry Ginger Powder for Weight Loss in Hindi)
मोटापा या वजन बढ़ना कफ से सम्बंधित रोग है। जिसके लिए रात्रि में सोने से पूर्व गर्म पानी के, साथ सोंठ का उपयोग किया जाता है। जिसको सोंठ पाउडर के फायदे कहते है।
सिर दर्द में सोंठ के फायदे (Dry Ginger Powder for headache in Hindi)
यह उष्ण एवं वातहर होने से, किसी भी प्रकार के दर्द में उपयोगी है। गरम जल में सोंठ के चूर्ण का लेप, सर दर्द में उपयोगी है। जिसको सोंठ पाउडर के फायदे कहते है।
इम्युनिटी बढ़ाने में सोंठ के फायदे (sonth ke fayde for Immunity in Hindi)
प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनानेके लिए आयुर्वेदमें अनेको उपाय है। जिसमें गिलोय आदि के काढ़े का प्रयोग है। जिसको गिलोय का काढ़ा कैसे बनाये भी कहते है। उसी प्रकार सोंठ का उपयोग भी है। जिसका प्रयोग क्वाथ आदि के रूपमें भी किया जाता है। जो पाचन क्रियाको सुदृढ़कर रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है।
छाती के दर्द में सोंठ के फायदे (sonth powder Benefits for Chest Pain in Hindi)
आयुर्वेदादी शास्त्रों में वात आदि को, सभी प्रकार के दर्दो का प्रमुख कारण बताया गया है। जिसके कारण ह्रदय रोगोमें भी दर्दकी समस्या देखी जाती है। सोंठ वातनाशक होने के कारण छाती आदि में, होने वाले दर्द को दूर करती है।
पाचन के लिए सोंठ पाउडर के फायदे (Ginger Powder for Digestion In Hindi)
सोंठ अग्नि सम्बन्धी गुणों से युक्त होता है। जिसके कारण यह जलीय अंश को सुखाने वाला है। इसके साथ ही मल का संग्राहक भी है। जिससे यह मल के जलीय भाग को सुखाकर गाढ़ा करता है। जिससे पाचन की क्रिया में निरंतरता बनी रहती है। कब्ज आदि की समस्या नहीं होती है। कब्ज होनेपर कब्ज की रामबाण दवा का प्रयोग उपयोगी है।
शोथ में सोंठ पाउडर के फायदे (Ginger Powder for Inflammation in Hindi)
पसीना अधिक होकर हाथ और पैरो में, शीत आने पर सूजन हो जाती है। जिसमे इसके चूर्ण को रगड़ने से रक्ताभिसरण की क्रिया ठीककर, सूजन दूर करती है। जिसको लोग सोंठ के फायदे और नुकसान के नामसे जानते है।
जुकाम से राहत दिलाने में सोंठ का उपयोग (sonth for Cold in Hindi)
कफघ्न होने के कारण शोथ का प्रयोग जुकाम में होता है। इसके साथ ही गले के रोग, स्वरभंग आदि में भी इसका प्रयोग होता है। इसके लिए सोंठ का फांट बना कर पिया जाता है। सोंठ के चूर्ण को शुंठी चूर्ण भी कहते है। जिसके कारण इसको शुंठी चूर्ण के फायदे (shunthi choorn benefits in hindi) कहते है। इसमें सोंठ के लड्डू के फायदे है। यह जुकाम का बढ़िया घरेलू उपचार है।
मेटाबॉलिज्म बढ़ाने की दवा है सोंठ (Ginger Powder For Metabolism in Hindi)
सोंठ में वसा को जलाने वाले यौगिक होते है। जो कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लसराइड जैसे जटिल वसा को, नष्ट करने का काम करता है। जिससे मोटापा आदि को पनपने का अवसर नहीं प्राप्त होता। इसके फलस्वरूप शरीर का मेटाबॉलिज्म बढ़ता है। जिनके कारण फैटी लीवर की समस्या से भी हमें बचाता है।
सोंठ से एक्ने ट्रीटमेंट इन हिंदी (Ginger Powder good for Acne in Hindi)
चेहरे पर मुहासो का प्रमुख पेट साफ़ न होना है। जिसके लिए पाचन क्रिया की विसंगति जिम्मेवार है। सोंठ का सेवन करने से पाचन क्रिया ठीक होकर, उदर में वायु का संचय नहीं होता। जिसके लिए पाचन क्रिया कैसे सुधारे को जाननेकी आवश्यकता है।
गर्भावस्था में सोंठ के फायदे (Ginger Powder during Pregnancy in Hindi)
यह ऐसी अवस्था होती है। जिसमे अनेको प्रकार की क्रियाए होती है। जो बच्चे को विकसित करने में भी सहायक है। जिनके कारण माँ के शरीर में मतली आदि की समस्या होती है। जिसमे मार्निग सिकनेस इत्यादी भी है। जिसमे सोंठ बहुत ही उपयोगी है। मात्रा आदि की गड़बड़ी नुकसानदायक होती है। जिसे सोंठ के फायदे और नुकसान कहा जाता है।
मधुमेह का घरेलू उपचार है सोंठ (sonth for Diabetes in Hindi)
आयुर्वेद में प्रमेह की चर्चा है। जबकि मधुकोषकार मधुमेह की बात भी बतायी है। जिसके निदान में सोंठ को उपयोगी बताया गया है। जिसका उपयोग गुड़ के साथ करने का विधान निर्धारित है। जिसको दिन में तीन बार लिया जा सकता है। किसी भी औषधि का सेवन प्रातः काल खाली पेट करना, अधिक उपयोगी माना गया है।
गठिया में सोंठ के फायदे (sonth for Joint Pain in Hindi)
जीर्ण सन्धिवात में विशेषतः वृद्धो के लिए उपयोगी है। जिसमे इसके फांट का नित्य रात में प्रयोग लाभकारी है। जिसका मूल कारण वृद्धो में वात की अधिकता होना है। जो सभी में स्वभावतः रहती ही है। यदि कोई व्यक्ति कफ प्रधान है तो, उसको गठिया की समस्या होती ही है। जिसमे सोंठ अत्यंत लाभकारी है।
पेट दर्द में सोंठ का उपयोग ( Ginger Powder for Stomach Pain in Hindi)
सोंठ एक उत्तम पाचक, वात विकार नाशक औषधि है। जिसके कारण यह उदरगत वायु के कारण होने वाले, उदरशूल में उपयोगी है। जबकि पेटदर्द होने के अनेको कारण है। जिनकी चर्चा चिकित्सा शास्त्रों में पहले से है।
दांत दर्द में सोंठ के फायदे ( Ginger Powder for toothache in Hindi)
दांतो में दर्द की समस्या होने पर गर्म जल में, सोंठ के चूर्ण का लेप लगाने से लाभ मिलता है। जिनको हम सोंठ के फायदे और नुकसान कहते है।
दांतो को चमकाता है सोंठ (Ginger Powder for teeth Whitening in Hindi)
गंदगी जमने से दांत पीले हो जाते है। जिसको सफ़ेद करनेके लिए सोंठ चूर्णको उगली से मलना चाहिए। जिससे दांतो में पुनः चमक आ जाती है।
सोंठ के नुकसान (Dry Ginger Powder Side Effects in Hindi)
रोग निदान ग्रंथो में द्रव्य सेवन का विधान है। जिसमे आवश्यकता, मात्रा और शारीरिक क्षमता का भी उल्लेख है। जिसमे तालमेल साधकर पारखी गुरुओ ( चिकित्सा विशेषज्ञों ) द्वारा दिया जाता है। जिससे यह अपने उत्कृष्टतम लाभों को दवाओं के रूप में प्रदर्शित करती है। जिससे रोगादि का आपनोदन होता है। साथ ही इन औषधियों का हमारे जीवन में महत्व, ख्यापित होता है और हमारे ह्रदय में, इनके प्रति आस्था ( सम्मान ) जाग्रत होती है। इन्ही लाभों को व्यवहारिक जगत में, सोंठ के फायदे और नुकसान कहते है।
सोंठ से सम्बंधित प्रश्न ( FAQ Related to Sonth/ Dry Ginger in Hindi)
अदरक और सोंठ में क्या अंतर है?
अदरक एक प्रकार का तना है। जिसको उबालकर, सुखाकर सोंठ बनायी जाती है।
सोंठ खाने से क्या फायदा है?
सोंठ खाने से सर्दी, जुकाम, बुखार, सूजन, गठिया आदि रोगो में लाभ होता है।
सोंठ की तासीर क्या है?
इसकी तासीर गर्म है।
सोंठ का सेवन कैसे करे?
इसका सेवन गरम पानी, दूध, मधु, गुड़, मिश्री आदि में मिलाकर किया जाता है।
गुड़ और सोंठ खाने से क्या होता है?
खांसी, सर्दी – जुकाम – बुखार आदि रोगो से छुटकारा मिलता है।
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