पेट में कब्ज के लक्षण देखे जाने पर, बहुत प्रयत्न करने पर भी पेट साफ नहीं होता। जिसके लिए पेट साफ करने की गोली खानी पड़ती है। जिसमे लैट्रिन ढीला करने की दवा होती है। जो सूखे और कड़े मल को गीला कर, ढीला बनाती है। जिससे आंतो में मल के रूप में जमी हुई गंदगी बाहर निकलती है। जिसे पेट साफ होना कहा जाता है। आजकल लैट्रिन ढीला करने की दवा टेबलेट, कैप्सूल के रूप में भी उपलब्ध है। जिसको पेट साफ करने की टेबलेट कहा जाता है।
आयुर्वेदानुसार मल सूखने का कारण, शरीरगत दोषो की विकृति को स्वीकारा गया है। जिसमे वात और पित्त दोष की प्रधानता देखी जाती है। जिसके कारण जठर की अग्नि मंद पड़ जाती है या तीव्र हो जाती है। जिसके कारण नियमित रूप से मलत्याग का वेग भी नहीं आता। जिसके लिए सुबह उठते ही पेट साफ होने के उपाय की आवश्यकता पड़ती है। तब जाकर कही पेट साफ हो पाता है अन्यथा नहीं।
पेट साफ न होने के लक्षण के निदान में, पेट साफ करने की आयुर्वेदिक दवा बहुत ही उपकारी है। जो न केवल दोषो की विषमता को सुधारती है। बल्कि रोग और दोष से क्षय हुई शक्ति का भी पुनरूद्दीपन करती है। जिससे पेट में मरोड़ और दर्द जैसी समस्याए नहीं आने पाती। जो अक्सर पेट साफ करने के उपायों के बाद देखी जाती है।
5 सबसे अच्छी आयुर्वेदिक पेट साफ करने की गोली का नाम
पेट में मल के सूखने से ही पेट साफ़ होने में कठिनाई होती है। जिसके लिए आयुर्वेद की दोषगत चिकित्सा में दो दोषों की स्वीकारोक्ति है –
पित्त दोष : शरीर में पित्त दोष के बढ़ जाने से, पेट की जठराग्नि अत्यंत तीव्र हो जाती है। जिसकी उष्मा से पेट के अंदर पायी जाने वाली आंतो का मल सूखने लगता है। जिससे मल सख्त हो जाता है।
और वात दोष : वायु का गुण सुखाना है। जिसके कारण शरीर में वायु की विकृति होने पर, अनुलोमित वायु प्रतिलोमित हो जाती है। जिससे यह आंतो में पाए जाने वाले मल को सुखा देती है।
इस सूखे हुए मल को निकालने के लिए जोर लगाना पड़ता है। जिससे आंतो की मांसपेशियों और गुदा पर अत्यधिक दवाव पड़ता है। जिसके कारण इनकी प्रतिक्रिया प्रभावित होती है। जिससे इनमे क्रियाशून्यता आने लगती है। जो आगे चलकर कब्ज और गुदा में दरार जैसे भीषण रोगो को जन्म देते है। जिनसे बचने के लिए पेट साफ करने की गोली का प्रयोग किया जाता है।
आज के समय में आयुर्वेद, होम्योपैथी और एलोपैथी तीनो चिकित्साओं में पेट साफ करने की गोली का प्रयोग किया जाता है। जो अपने – अपने सिद्धांत के अनुरूप व्यवहार करती है। लेकिन सबसे पहले 5 सबसे अच्छी आयुर्वेदिक पेट साफ करने की गोली की बात करते है। जो इस प्रकार है –
बैद्यनाथ कब्जहर टेबलेट ( Baidynath kabz har Tablets )
यह अजवाइन, सौफ, अमलताश, हरीतकी, निशोथ और काला नमक जैसी बेशकीमती आयुर्वेदिक औषधियों के मिश्रण से बनी हुई पेट साफ करने की गोली है। जो कब्ज हर चूर्ण ( kabz har churna ) के रूप में भी बाजार में उपलब्ध है। जो स्थायी और अस्थायी दोनों तरह की कब्ज मिटाने में लाभदायक है। इसलिए देह दोष से शरीर में बढे हुए दोष, बड़ी आंत की मांसपेशियों पर विपरीत प्रभाव डालता है। जिससे मल अधिक समय तक मलाशय में ही पड़ा रहता है। जिससे धीरे – धीरे आंतो में ही सूखने लगता है।
ठीक यही स्थिति जलवायु ( ऋतु ) परिवर्तन के साथ भी देखी जाती है। जिसको दूर करने में बैद्यनाथ कब्ज हर टेबलेट बहुत ही लाभकारी है। इसका सबसे बड़ा फायदा यह है कि इसको लेने से इसकी आदत नहीं पड़ती। वही कब्ज के साथ सिर दर्द, एसिडिटी, पेट में मरोड़ आदि को दूर करता है।
मात्रा : रात्रि में सोने से आधा घंटा पहले गुनगुने पानी से ले। जिसमे वयस्कों के लिए दो टेबलेट और बच्चों के लिए एक टेबलेट पर्याप्त है।
डाबर लैक्सिरिड टेबलेट ( Dabur Laxirid Tablets )
यह सभी तरह की कब्ज को मिटाकर, पेट साफ करने वाली बहुत ही बढ़िया गोली है। जिसमे अजवाइन, सनाय जैसी पेट साफ करने वाली औषधिया डाली गई है। जो पेट में बनने वाली वायु को बाहर निकालती है। जिससे नस पर नस चढ़ने की समस्या नही होती। वही पेट में कड़े और सूखे मल को गीला बनाकर, बाहर निकालने में भी मदद करती है। जिसके कारण यह बहुत ही बढ़िया पेट साफ करने की गोली कही जाती है।
डाबर लैक्सिरिड कब्ज की रामबाण दवा कही जाती है। जो कब्ज के साथ बदहजमी आदि की समस्याओ को भी दूर करती है। जिससे पेट फूलने कच्ची या खट्टी डकार आने पर बहुत ही उपयोगी है। जिसके कारण पुरुषो में पेट के निचले भाग में दर्द होने आदि पर भी लाभदायी है।
मात्रा : रात्रि में सोने से आधा घंटा पहले गुनगुने पानी से ले। जिसमे वयस्कों के लिए दो टेबलेट और बच्चों के लिए एक टेबलेट पर्याप्त है।
झंडू नित्यम आयुर्वेदिक टेबलेट ( Zandu Nityam Ayurvedik Tablets )
झंडू फार्मेसी की यह बहुत ही गुणकारी टेबलेट है। जो पेट की अनेक समस्याओ सहित अपच, पेट फूलना, पेट में ऐठन और कब्ज में अत्यंत लाभकारी है। जो आयुर्वेद में वर्णित विरेचक औषधियों से मिलकर बनी है। जैसे – त्रिफला, एरंड तेल, यष्टिमधु, सौफ, संचल, स्वर्णपात्री। जो पेट साफ होने में कठिनाई पैदा करने वाले कारणों का समूल नाश करती है।
अक्सर पेट में कब्ज होने पर, नाभि के नीचे पेट दर्द होने की समस्या पायी जाती है। जिसके समाधान में यह बहुत लाभदायक पेट साफ करने की गोली है। जिसका कुछ दिन तक निरंतर इस्तेमाल करने से, कब्ज की समस्या का अंत हो जाता है। इसके साथ पाचन शक्ति भी सुदृढ़ होती है।
मात्रा : रात्रि में सोने से आधा घंटा पहले गुनगुने पानी से ले। जिसमे वयस्कों के लिए दो टेबलेट और बच्चों के लिए एक टेबलेट पर्याप्त है।
हिमालया हरबोलैक्स टैबलेट्स ( Himalaya Herbolax Tablets )
यह कब्ज को मिटाने और पेट साफ करने की गोली है। जो आयुर्वेद की निशोथ और हरीतकी जैसी औषधियों से मिलकर बनी है। जिनका इस्तेमाल पेट साफ करने की आयुर्वेदिक दवा पतंजलि आदि में नहीं किया गया है। जिसके कारण पाचन की समस्याओ को सुधारने एवं मल त्याग में कठिनाई करने वाले कारको पर कारगार है।
हिमालया हरबोलैक्स टैबलेट्स पेट साफ होने में, रुकावट पैदा करने वाले विकारो पर असरदार है। जिससे यह कब्ज को मिटाकर मलत्याग को आसान बनाती है। इसके साथ सीने में जलन और पेट में गैस जैसी समस्याओ को भी दूर करती है।
मात्रा : रात्रि में सोने से आधा घंटा पहले गुनगुने पानी से ले। जिसमे वयस्कों के लिए दो टेबलेट और बच्चों के लिए एक टेबलेट पर्याप्त है।
सेठ ब्रदर्स कायम टेबलेट ( Seth Brathers Kayam Tablets )
पेट को साफ करने का सेठ ब्रदर्स का कायम चूर्ण बहुत ही प्रसिद्द है। जो अब टेबलेट में भी उपलब्ध है। जिसे पेट साफ करने की गोली कहा जाता है। इसका आलंबन लेने पर पुरानी कब्ज, अम्लता, गैस, सिर दर्द आदि में बहुत लाभ मिलता है। इस दवा में वात और पित्त को मिटाने वाले औषधीय गुण पाए जाते है।
कायम टेबलेट के निर्माण में आयुर्वेदिक औषधियों का प्रयोग किया गया है। जिसके कारण यह आयुर्वेदिक पेट साफ करने वाली गोली कहलाती है। जिसमे सनाय की पत्ती, निशोथ, काला नमक, अजवाइन एवं यष्टिमधु आदि वायु – पित्त विकारक औषधियों को मिलाया गया है। जिसके कारण इसमें सूखे और सख्त मल को गीला और ढीला बनाने का गुण पाया जाता है। जिससे कब्ज मिट जाती है। वही वायु विकारो पर यह बहुत ही प्रभावी ढंग से काम करता है। जिससे पेट में गैस, जलन, खट्टी डकार जैसी समस्याए नहीं होती।
मात्रा : रात्रि में सोने से आधा घंटा पहले गुनगुने पानी से ले। जिसमे वयस्कों के लिए दो टेबलेट और बच्चों के लिए एक टेबलेट पर्याप्त है।
पेट साफ करने की होम्योपैथिक गोली
जिस प्रकार आयुर्वेद में पेट साफ करने की गोली है। उसी तरह होम्योपैथी में भी शुगर ग्लोब्युल्स से बनी हुई दवा है। जो रोगी के रोगगत लक्षणों को ध्यान में रखकर उपयोग की जाती है। जिसमे काम आने वाली दवाइया इस प्रकार है –
बैकसन वाई – लैक्स टेबलेट्स ( Baksan Y – Lax tablets ) :
यह पेट साफ होने से सम्बंधित सभी समस्याओ की असरकारक होम्योपैथिक टेबलेट है। जो आंतो में जमे काले और सूखे मल पर बहुत ही बढ़िया काम करती है। जिसके कारण यह पेट साफ करने की गोली कही जाती है। यह पेट में कब्ज और गैस दोनों समस्याओ का एक साथ इलाज कर देती है। जिससे भूख बढ़ती है।
मात्रा : दिनभर में तीन बार मुँह में डालकर चूसे। जिसमे वयस्कों के लिए दो टेबलेट और बच्चों के लिए एक टेबलेट पर्याप्त है।
डॉ विलमार एल्युमिना टिटरेसन टेबलेट्स ( Dr Wilmar Alumina 3x Titration tablets )
यह कब्ज को मिटाने वाली बहुत ही बढ़िया पेट साफ करने की होम्योपैथिक गोली है। जो अपने स्वभाव के अनुरूप लक्षण पाए जाने पर ही उपयोगी है। इसमें कब्ज इतना अधिक बढ़ जाता है, कि मल को सुखाकर पत्थर की कडा कर देता है। जिसमे बहुत दिनों तक मलत्याग का वेग ही नहीं लगता। फिर भी मलत्याग की इच्छा बनी रहती है। इसका मल पतला होने पर भी, बिना जोर लगाए नहीं होता।
मात्रा : दिनभर में तीन बार मुँह में डालकर चूसे। जिसमे वयस्कों के लिए दो टेबलेट और बच्चों के लिए एक टेबलेट पर्याप्त है।
पेट साफ करने की अंग्रेजी दवा टेबलेट
एलोपैथी में पेट साफ करने की गोली के रूप में, लैक्सेटिव दवाइयों का प्रयोग किया जाता है। जिसमे आंतो में पाए जाने वाले सूखे और सख्त मल को ढीला और मुलायम बनाने का गुण पाया जाता है। जो पेट को साफ करने के अत्यंत अनिवार्य है। जिसके लिए निम्न दवाओं का उपयोग होता है –
- डुल्कोलैक्स
- डैफलॉन – 500
- डुल्कोफ्लेक्स
उपसंहार :
पेट साफ करने की गोली में, लैट्रिन को ढीला करने वाले गुण पाए जाते है। जिसके कारण लैट्रिन ढीला करने की दवा को लैक्सेटिव ( रेचक ) टेबलेट कहा जाता है। जो पेट साफ करने की टेबलेट में पाया जाता है। फिर चाहे वह पेट साफ करने की अंग्रेजी दवा टेबलेट हो या कोई और।
ध्यान रहे : ज्यादातर लैट्रिन ढीला करने की दवा की आदत लग जाती है। इस कारण इनका उपयोग लगातार 90 दिनों से अधिक नहीं करना चाहिए। इसके साथ उपयुक्त गुणवत्ता का पर्याप्त पानी और फाइबर युक्त भोजन पर भी ध्यान रखना चाहिए।