ठंड लगने पर क्या खाना चाहिए Thand Lagne Pr Kya Khana Chahie

आमतौर पर ठंड लगने की समस्या तब होती है। जब ठंड की शुरुआत हो रही होती है अथवा ठंड जाने वाली होती है। जिसमे आमतौर पर सर्दी – खांसी – जुकाम की समस्या देखी जाती है। लेकिन समय के साथ जब सर्दी बढ़नी शुरू हो जाती है। तब ठंड लगने की सम्भावना और भी बढ़ जाती है। ऐसे में गर्म कपड़ों के साथ – साथ खानपान में संयम रखना आवश्यक हो जाता है। ऐसे में सवाल यह उठता है कि ठंड लगने पर क्या खाना चाहिए?

ठंड लगने पर क्या खाना चाहिए

आमतौर पर सर्दियों में ठंड लगना एक्यूट रोग है। जिसके कारण ठंड लगने पर अचानक भयभीत करने वाले लक्षण दिखाई पड़ते है। जिसमे सबसे अधिक समस्या कफ बढ़ने के कारण होती है। जिससे बचने के लिए गर्म कपड़ों के साथ ठंड लगने पर क्या खाना चाहिए को जानना ही फायदेमंद है।  

लेकिन कुछ लोगों ( कफ प्रवृत्ति ) में ठंड लगने पर यह भयावह रूप ले लेता है। जिसमे बहुत ही गंभीर लक्षण देखे जाते है। जिससे ठंड लगने पर हांड कपाने वाली ठंड का अनुभव गर्म कमरों में भी महसूस होता है। जिससे यह जानना और भी महत्वपूर्ण हो जाता है कि ठंड से बचने के लिए क्या खाएं?

सामान्यतः सर्दियों से बचने के लिए लोग तरह – तरह की जुगत लगाते है। परन्तु बीमारियों से बचाने में मौसमी फल और सब्जियां खाने के फायदे है। जोकि बहुत ही सीधा और आसान तरीका है। इसके साथ यह हर किसी के पहुंच में भी है। लेकिन आमतौर पर इन्हे सर्दियों में खाया जाता। 

ठंड लगने के कारण ( thand lagne ke karan )

ठंड लगने के अनुमानित कारण निम्नलिखित हो सकते है –

  • अधिक समय तक खाली पेट रहना
  • बहुत अधिक तली – भुनी चीजे खाना। जैसे – चाट, चाउमीन, मंचूरियन आदि।
  • चिकनी और गरिष्ट चीजों का सेवन करना। जैसे – केक, बिस्किट, पेस्टी आदि। 
  • ठन्डे खाद्य पदार्थों का सेवन करना। जैसे – आइसक्रीम आदि। 
  • बासी खाना खाना
  • देर रात में खाना खाना
  • रात में जागना
  • सर्दियों में यात्रा करना
  • सर्दी के अनुकूल उचित मात्रा में कपडे न पहनना
  • कान, हाथ और पैर को गर्म कपड़ों से न ढकना
  • बिस्तर पर सोते समय खुले रह जाना 
  • ठन्डे पानी से नहाना, कपड़ा धोना आदि। 

ठंड लगने के लक्षण ( thand lagne ke lakshan )

ठंड लगने के लक्षण

बुखार में ठंड लगना तो आम बात है। लेकिन ठंड लगने पर भी बुखार होना आम बात है। हालाकिं बुखार ठंड के मौसम में ही नहीं। बल्कि हमारे शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली की प्रतिक्रिया है। जो आमतौर पर बड़े रोगों जैसे कैंसर और मधुमेह आदि में भी देखा जाता है।

सर्दियों में बहुतायत लोगों को बिना बुखार में ठंड लगना देखा जाता है। लेकिन हममे से बहुत से लोग ठंड लगने के लक्षण से अनजान होते है। जिसके कारण ठंड लगने पर उन्हें पता ही नहीं चल पाता। हालांकि हर व्यक्ति के शरीर की प्रवृत्ति अलग – अलग पायी जाती है। जिसके कारण ठंड लगने पर उनमे अलग तरह का लक्षण दिखाई पड़ता है।

हालाकिं ठंड लगने पर आमतौर पर निम्नलिखित लक्षण पाए जाते है – 

  • सर्दी वाले कपडे पहनने पर भी कपकपी होना
  • नाक बहना
  • खांसी आना
  • सर्दी – जुकाम होना
  • पीठ अकड़ जाना
  • दस्त होना
  • तेज बुखार होना
  • थकान होना 
  • सिर में दर्द होना
  • शरीर में अकड़न होना
  • चिड़चिड़ापन होना
  • गला चुभना या गले में खरास होना 

पेट में ठंड लगने के लक्षण ( pet me thand lagne ke lakshan )

आयुर्वेद के अनुसार अन्न और जल में विकृति आने पर कफ रोग होता है। जो ठंड के समय स्वाभाविक रूप से देखा जाता है। जिससे ठंड का असर अक्सर गले से ऊपर अथवा इसके आसपास पाया जाता है। किन्तु ठंड का असर पेट पर भी दिखाई पड़ता है। जिसको न जानने वाले लोग अक्सर पूछ बैठते है कि पेट में ठंड लगने के लक्षण क्या है?

पेट में ठंड लगने पर कुछ ऐसे लक्षण पाए जाते है। जो लगभग सभी रोगों में आमतौर पर दिखाई पड़ते है। परन्तु इनकी तीव्रता आदि में भेद होता है। किन्तु पेट में ठंड लगने पर निम्नलिखित संकेत पाए जा सकते है –  

  • पेट में चुभन के साथ दर्द होना
  • दस्त होना
  • भूख न लगना
  • गैस की डकार आना
  • पेट साफ़ न होना
  • पेट कडा और फूला हुआ रहना 
  • पेट में कब्ज रहना 

पेट में ठंड लगने के लक्षण और उपाय को समझकर ही, पेट में ठंड लगने की समस्या दूर हो सकती है। जिसमे सबसे अधिक महत्वपूर्ण है कि ठंड के मौसम में क्या खाना चाहिए और क्या नहीं?

ज्यादा ठंड लगने पर क्या खाना चाहिए ( jyada thand lage to kya khana chahie )

ठंड में क्या खाना चाहिए 

भारत में ठंड का असर उत्तरी भाग पर दिखाई पड़ता है। जोकि मौसम में आये परवर्तन का संकेत है। जिसमे सावधानी अपेक्षित है। फिर चाहे वह गर्म कपड़ों की हो अथवा खानपान से सम्बंधित हो। आमतौर पर सर्दियों से बचने के लिए दोनों में तालमेल आवश्यक है। जिससे निपटने के लिए लोग यह जानने के प्रयास में लगे रहते है कि ठंड लगने पर क्या खाना चाहिए?

आयुर्वेद में ठंड से बचने के लिए उपाय बताये गए है। जिसमे ऐसी चीजों के सेवन पर जोर दिया गया है। जो कफ को मिटाने वाली हो। जैसे –

देशी गाय का घी : देशी गाय का घी हम मनुष्यों के लिए अमृत है। जिसमे अनेको तरह के पोषक तत्व जैसे – प्रोटीन, विटामिन डी, फैटी एसिड ( ओमेगा 3 और 6 ) एवं ऊर्जा का भंडार आदि पाया जाता है। इसके साथ घी में सबसे उत्तम कोटि की स्निग्धता पायी जाती है। जो न केवल हमारे हड्डियों बल्कि पेट के भीतर पाए जाने वाली आँतों को भी मजबूती प्रदान करती है। इसके साथ यह हमारे शरीर की अम्लता को नहीं बढ़ने देता। जिससे रोगों के होने की गुंजाइस स्वतः कम हो जाती है। 

गुड़ : प्राकृतिक रूप से तैयार किया गुड़ अनेको तरह के खनिज का भण्डार है। जिसको खाने से न केवल शरीर गर्म रहता है। बल्कि ऊर्जा से भी सराबोर रहता है। जिसका सेवन मूमफली, बादाम आदि के साथ करने से ठंड लगने की समस्या दूर होती है। इस कारण ठंड को दूर करने में गुड़ खाने के फायदे है। गुड़ और सोंठ को खाने से ठंड लगने से होने वाली सर्दी – जुकाम और बुखार की समस्या भी दूर होती है।  

शहद : प्राकृतिक रूप में पाया जाने वाला मधु स्वाद में मीठा होने के साथ – साथ, कफ को भी दूर करने वाला होता है। जिसका सेवन दालचीनी, सोंठ अथवा मुलेठी आदि के साथ किया जा सकता है। किन्तु ध्यान रहे मधु का सेवन गर्म पेय अथवा इसको गरम करके नहीं करना चाहिए।    

मुलेठी : आयुर्वेद में मुलेठी को तीव्र कफनाशक बताया गया है। हालांकि यह स्वाद में मीठा होने पर भी फेफड़ों, गले आदि में जमे कफ को बाहर निकाल फेकता है। इसके साथ बैठे हुए गले और उसकी खुश्की को भी दूर करता है। जिससे गला खुला और आवाज सुरीली बनी रहती है। इसका सेवन अकेले अथवा गुड़ या मधु के साथ भी किया जा सकता है।   

सरसों का तेल : सर्दियों के दिनों में खाना बनाने के लिए सरसों का तेल बहुत ही फायदेमंद है। लेकिन ध्यान रखे कि खाना बनाते समय सरसों का तेल जला न हो। नहीं तो इससे बने खाने को खाने से बहुत अधिक गैस बनती है।

गर्म पानी : ठंड लगने पर गर्म पीना पीने से डिहाइड्रेसन की समस्या नहीं होती है। जिसके कारण पेट में गैस बनने आदि से राहत मिलती है। फिर भोजन के समय बीच – बीच में पानी पीने से पाचन भी मजबूत होता है। ठंड लगने पर गर्म पानी में लौंग, दालचीनी आदि को डालकर भी लिया जा सकता है।

गिलोय का काढ़ा : गिलोय वात, पित्त और कफ तीनों का सम करता है। जिसका सेवन ठंड लगने पर बुखार होने की दशा में किया जा सकता है।  

ठंड में सुबह क्या खाना चाहिए ( thand me subah kya khana chahiye )

ठंड से बचने के लिए सर्दियों के समय शरीर में गर्मी पैदा करने के उपाय करना चाहिए। फिर चाहे वह खानपान से सम्बंधित हो या योग और व्यायाम के द्वारा हो। किन्तु ठंड अधिक होने से आमतौर पर यह सब नहीं हो पाता। ऐसे में आखिर ठंड से बचने के लिए क्या उपाय करें?

हमारा खानपान हमारी दिनचर्या का अभिन्न अंग है। फिर चाहे वह ठंड से बचने के लिए हो या किसी और चीज के लिए हो। परन्तु आजकल लोग खानपान पर न ध्यान दे कर। बीमारियों के इलाज पर देने लगे है। जिससे अक्सर लोग यह जानने का प्रयास करते है कि ज्यादा ठंड लगने पर क्या खाना चाहिए?

जबकि खानपान में बदलाव लाकर, हम आसानी से ठंड लगने से अपना बचाव ही नहीं कर सकते है। बल्कि ठंड लग जाने पर भी हम अपना बचाव कर सकते है। जिसके लिए लोगो को यह जानना जरूरी है कि ज्यादा ठंड लगे तो क्या खाना चाहिए? 

आमतौर पर सर्दियों में सुबह निम्नलिखित चीजे खाई जा सकती है –

  • पीने के लिए हमेशा गुनगुने जल का ही प्रयोग करे।
  • सुबह में मुलेठी, दालचीनी, सोंठ, तुलसी आदि के काढ़े का प्रयोग गुणकारी है। 
  • कच्ची और हरी पत्ते दार सब्जियों का सेवन लाभकारी है।
  • तला, भुना, घी से युक्त और गरिष्ट चीजों का सेवन हितकारक है।
  • सभी तरह के मौसमी फल आदि को खाया जा सकता है।
  • मठ्ठे के बजाय दही का प्रयोग अच्छा है। 
  • खाने और पकाने के लिए सरसों के तेल का ही प्रयोग करे।

ठंड में शाम को क्या खाना चाहिए ( thand me sham ko kya khana chahie )

ठंड में शाम को क्या खाना चाहिए

ज्यादा ठंड लगे तो क्या खाना चाहिए को जानने के बाद, यह जान लेना आवश्यक है कि ठंड में क्या नहीं खाना चाहिए? यह उसी तरह है जैसे विधि को जानने के बाद निषेध जाने बिना कोई काम नहीं बनता। 

आमतौर पर लोग सर्दी से बचाव के लिए ठंड से बचने का उपाय खोजते है। लेकिन खानपान पर खास ध्यान नहीं देते। जिससे ठंड का मौसम इन्हे परेशान करता रहता है। जिसके लिए कोई इलाज नहीं। बल्कि यह जानने की आवश्यकता है कि ठंड लगे तो क्या खाना चाहिए और क्या नहीं?

जब बात आती है कि ठंड से बचने के लिए क्या करना चाहिए? तो सबसे पहले बात आती है खानपान की। जिसमे सावधानी रखकर ठंड में होने वाली समस्याओं से बचा जा सकता है। जैसे – 

  • शाम के समय ठंडा पानी आइसक्रीम आदि का प्रयोग न करे। 
  • दिन के दुसरे समय ( जून ) फल और कच्ची सब्जियों का सेवन न करे।
  • रात में दूध का सेवन हल्दी एवं केसर दोनों के साथ किया जा सकता है।
  • रात में गुड़ और सोंठ का प्रयोग करने से सर्दी – जुकाम ठीक हो जाती है। 
  • रात में अकेले मूमफली एवं तिल का प्रयोग करने से बचे। यदि करना ही तो मूमफली का सेवन गुड़ एवं नमक दोनों के साथ किया जा सकता है। जबकि तिल को गुड़ के साथ खाना ही अच्छा है।  

FAQ

कौन सा भोजन शरीर में गर्मी पैदा करता है?

गर्म मसाले वाला मौसमी और ताजा भोजन खाने से शरीर गर्म रहता है। जिससे सर्दियों में ठंड लगने की सम्भावना कम होती है।  

ठंड के दिन में क्या खाना चाहिए?

ठंड के दिनों में हरे पत्तेदार सब्जिया, सूखे मेवे और दूध, घी एवं गुड़ का भरपूर उपयोग करना हितकारी है। 

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