प्रेगनेंसी से बचने और प्रेग्नेंट होने की चाह रखने वाले लोग, पीरियड में प्रेगनेंसी हो सकती है या नहीं के असमंजस में फंसे रहते है। क्योकि उन्हें पीरियड में संबंध बनाने से क्या होता है, यह पता होता है। लेकिन पीरियड में संबंध बनाने के नुकसान नहीं जानते। जिससे संबंध बनाते समय हड़बड़ाहट में चूक होने की संभावना बढ़ जाती है।
कुछ लोगो का मानना है कि महिला अक्सर पीरियड के बाद ही गर्भ धारण करती है। लेकिन पीरियड के कितने दिन बाद प्रेग्नेंट होती है? इसका आकलन उन्हें नहीं होता। जिससे प्रेग्नेंट से बचने वाले लोगो के लिए समस्या खड़ी हो जाती है।
महिलाओं में प्रति मास समय पर मासिक धर्म का दिखाई पड़ना, उनके अच्छे स्वास्थ्य का परिचायक माना गया है। औसतन महिलाओं में मेंस्ट्रुएशन ( menstruation ) 28 दिन का पाया जाता है। जिसमे शुरुआत के की सोलह रात्रि में संबंध बनाने से महिलाए अक्सर प्रेग्नेंट हो जाती है। जिसे महिला का ऋतुकाल खा जाता है।
जबकि बाद के बचे हुए बारह दिन संबंध बनाने से, प्रेगनेंसी की गुंजाइस कम होती है। लेकिन पूर्णतः खत्म नहीं होती। इसलिए इस दौरान प्रेग्नेंट होने से बचने के लिए पर्याप्त सावधानी रखनी आवश्यक है।
नव विवाहित लोग प्रेगनेंसी से बचने का खास ख्याल रखते है। परन्तु आलस और सावधानी रखने पर, पीरियड में प्रेगनेंसी हो सकती है। परन्तु कुछ महिलाओं में पीरियड आने के बाद प्रेगनेंसी हो सकती है। हालाकिं यह अनुपात सामान्य प्रेगनेंसी की तुलना में बहुत कम होता है।
क्या पीरियड के समय प्रेग्नेंट हो सकते हैं ( period mein pregnancy ho sakti hai kya )
महिलाओं में पीरियड आते ही ऋतु काल आरम्भ हो जाता है। अर्थात दोनों ओवरियों से अंडे निकलने शुरू हो जाते है। जो गर्भ ग्रीवा से होते हुए गर्भाशय में आते है। जिससे पीरियड में संबंध बनाने से, पुरुष द्वारा महिला की योनि द्वार से गर्भ वीर्य डाला जाता है।
जो आपस में मिलकर निषेचन की क्रिया करते है। यदि महिला का अंडा शुक्र से मिलकर निषेचित हुआ तो प्रेगनेंसी के आसार बन जाते है। यदि ऐसा नहीं होता तो महिला प्रेग्नेंट नहीं होती। क्योकि हर महिला का ऋतुकाल भिन्न होता है। जिससे उनका ओवुलेशन का दिन भी अलग होता है।
लेकिन जब महिला का पीरियड चल रहा होता है। फिर भी यह सभी प्रक्रियाए चलती रहती है। जिसके कारण पीरियड में भी प्रेगनेंसी हो सकती है ( period me bhi pregnancy ho sakti hai ).
परन्तु महिलाओं का पीरियड्स चलते समय, गर्भाशय में मरोड़ होने से दूषित खून का स्राव हुआ करता है। जिससे पुरुष द्वारा छोड़े गए वीर्य के बाहर निकलने की संभावना अधिक होती है। इस कारण पीरियड में गर्भ ठहरने के आसार कम होते है। परन्तु खत्म या क्षीण नहीं होते। इस कारण पीरियड के समय प्रेगनेंसी हो सकती है ( period ke samay pregnancy ho sakti hai ).
गर्भावस्था के रहस्यमयी रहस्यों को जान्ने वाले लोगों में, अक्सर जिज्ञासा पैदा होती है कि क्या मासिक धर्म के दौरान गर्भावस्था संभव है। तो यह बात सही है कि क्या पीरियड के दौरान प्रेगनेंसी हो सकती है। जिन महिलाओं का ऋतुकाल 28 दिन से कम होता है। उनमे पीरियड आने के बाद प्रेगनेंसी हो सकती है। फिर पीरियड में प्रेगनेंसी क्यों नहीं हो सकती?
पीरियड आने के बाद भी प्रेगनेंसी होती है ( period aane ke bad pregnancy ho sakti hai )
कुछ महिलाओं में पीरियड आने के बाद प्रेगनेंसी हो सकती है। हालांकि यह प्रायिकता बहुत कम महिलाओं में देखी जाती है। यह समस्या खासकर उन महिलाओं में दिखाई पड़ती है। जिनका मासिक चक्र ( masik chakra ) बहुत छोटा या कम दिन वाला होता है। जिसके फलस्वरूप उनमे ओवुलेशन जल्दी शुरू होता है। परन्तु मेन्सुरेशन साईकिल ( menstruation cycle ) छोटी होने से, पीरियड आ जाता है।
यह प्रेगनेंसी की विशेष अवस्था होती है। जो कि दूषित योनिगत और देहगत रोग के कारण हो सकती है। इसलिए कुछ मामलों में पीरियड आने के बाद भी प्रेगनेंसी हो सकती है। जिसके लिए महिलाओं के मासिक धर्म ( menstrual period ) की समस्या है। उन्हें निपटाने के बाद ही प्रेग्नेंट होने के बारे में सोचना चाहिए। अन्यथा घोर धर्म संकट में फास सकते है।
पीरियड के बाद प्रेगनेंसी होने पर, संक्रमण का खतरा अधिक होता है। जिसके कारण साफ़ – सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए। इसके साथ समय – समय पर चिकित्सा परामर्श अवश्य लेना चाहिए।
उपसंहार :
मासिक धर्म में संबंध बनाने से, प्रेग्नेंट होने की संभावना कम होती है। लेकिन पूरी तरह से खत्म नहीं होती। इस कारण कुछ लोगों को पीरियड में प्रेगनेंसी हो सकती है। जिससे बचने के लिए पीरियड चलते समय, संबंध बनाने से परहेज करना चाहिए। इसके साथ मेंस्ट्रुअल हाइजीन ( menstrual hygiene ) का खास ख्याल रखना चाहिए।
लेकिन कुछ लोग पीरियड्स के दौरान, सावधानी पूर्वक और सुरक्षित शारीरिक संबंध को अच्छा मानते है। परन्तु आयुर्वेद में पीरियड के दौरान ठहरने वाला गर्भ, थोड़ी आयु वाला और विकलांग कहा गया है। इसलिए इस तरह के भीषण और गंभीर परिणाम से बचने में ही हम सब की भलाई है।
सन्दर्भ :
भाव प्रकाश – गर्भ प्रकरण श्लोक – 12,13,14
FAQ
क्या मासिक धर्म के दौरान गर्भावस्था संभव है?
महिलाओं में मासिक धर्म के शुरू होते ही ओवुलेशन की क्रिया आरम्भ हो जाती है। लेकिन महिला की योनि से रज स्राव भी होता रहता है। जिसके कारण इस समय गर्भावस्था की संभावना कम पायी जाती है। लेकिन संयम न रखने पर शारीरिक संबंध बनाने पर, गर्भावस्था होने के पूरे आसार होते है।
क्या पीरियड आने के बाद प्रेगनेंसी होती है?
प्रायः पीरियड आने के बाद प्रेगनेंसी नहीं होती। लेकिन कुछ मामलो में पीरियड के बाद भी प्रेगनेंसी देखी जाती है।
क्या अनियमित पीरियड्स के बावजूद महिला प्रेग्नेंट हो सकती है?
हाँ, अनियमित पीरियड वाली महिलाए जल्दी और बार – बार गर्भ धारण करती है। क्योकि पीरियड के अनियमित होने से ओवुलेशन डे का ठीक से अनुमान नहीं हो पाता। जिससे इस समय समबन्ध बनाने से प्रेग्नेंट होने के आसार होते है।
क्या प्रेग्नेंट होने के बाद भी पीरियड आता है?
अमूमन गर्भ धारण करने के बाद पीरियड नहीं आता। जिसकी मुख्य वजह गर्भाशय में गर्भ के विकसित होने से, गर्भाशय का मुँह बंद हो जाता है। लेकिन कुछ महिलाओं में प्रेग्नेंट होने के बाद भी योनि से खून निकलता है। जो पीरियड न होकर स्पॉटिंग, गर्भस्राव होने आदि से होने वाला रक्त स्राव है।
क्या मेनोपॉज के बाद गर्भधारण हो सकता है?
महिलाओं में एक समय के बाद पीरियड आने बंद हो जाते है। जिन्हे मेनोपॉज कहा जाता है। जिसमे ओवुलेशन नहीं होता। जिसके कारण मेनोपॉज में गर्भधारण नहीं होता।
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