माँ बनना हर महिला का सपना होता है। जिसको पूरा करने के लिए वह अपने ओर से भरसक प्रयास भी करती है। परन्तु आजकल पढाई और कैरियर, इसमें आड़े आती है। जिससे लड़कियों का विवाह होते – होते 25 – 30 वर्ष की अवस्था हो जाती है। उम्र बढ़ने से इनमे ओवुलेशन की समस्या देखी जाती है। जिससे देर से व्याही जाने वाली लड़कियों में चिंता बनी रहती है कि जल्दी प्रेग्नेंट कैसे होते हैं?
माँ बनने के लिए सबसे अच्छा समय ट्वेन्टीज ( 20s ) को माना गया है। जिसमे महिला बाद के वर्षों की तुलना में अधिक स्वस्थ होती है, अर्थात उसका मासिक धर्म नियमित होता है। जिससे ओवुलेशन समय पर होता है। इस कारण इस समय महिलाओ की फर्टिलिटी ( पुंसकता ) अच्छी पाई जाती है। जो उम्र बढ़ने के साथ घटने लगती है। जिससे लेट मैरिज होने पर प्रेग्नेंट होने में समस्या हो सकती है। क्योकि उन्हें नहीं पता होता कि पीरियड के कितने दिन पहले प्रेग्नेंट हो सकते है?
जबकि पीरियड के खत्म होने के कुछ दिन बाद ही, महिलाओं में ओवुलेशन होता है। जो अक्सर नवविवाहित जोड़ों को नहीं पता होता। जिससे इनको यह जानने में भी परेशानी होती है कि गर्भ धारण करने के लिए पीरियड के कितने दिन बाद संबंध बनाना चाहिए? जिसके बीत जाने के बाद महिला गर्भवती नहीं होती। जो परिवार नियोजन में अहम भूमिका निभाती है।
ऐसी महिलाए जो पहले किसी बच्चे को जन्म दे चुकी है, और दुसरे बच्चे में कुछ दिन का अंतर करना चाह रही है। जो बच्चे और उसकी माँ दोनों के लिए आवश्यक है। उनके लिए यह जानना महत्व का हो सकता है कि महिला कब प्रेग्नेंट नहीं होती है? वही दो तरह की महिलाओं के मन में बार – बार एक सवाल आता है कि महिला प्रेग्नेंट कब और कैसे होती है? पहली वो जो पहली बार माँ बनने जा रही है। दूसरी वो जो प्रेगनेंसी के लिए फिर से प्रयास कर रही है। तो आइये समझते है कि Pregnant Kaise Hote Hain?
प्रेग्नेंट कैसे हो सकते है ( pregnant kaise ho sakte hain )
गर्भ धारण करने के लिए महिला और पुरुष दोनों का पुंसक होना आवश्यक है। लेकिन लिंग भेद से महिला और पुरुष के जननांगो में भेद होता है। जो प्रजनन के लिए आवश्यक है। जिसका उपयोग कपल्स बच्चे को जन्म देने के लिए प्राकृतिक रूप से करते रहे है।
महिला एक निश्चित समय तक ही गर्भवती हो सकती है। क्योकि उसके पास ओवुलेशन में निकलने वाले अंडे सीमित होते है। जिसका निर्धारण प्रेगनेंसी के लिए प्रयास कर रही, महिला जब माँ के गर्भ में होती है तभी हो जाता है। अर्थात महिला कितने अण्डों का उत्सर्जन करेगी, वह अपनी माँ के पेट से लेकर ही जन्म लेती है। जो पीरियड के समाप्त ( मेनोपॉज ) होते ही खत्म हो जाती है। इस कारण जैसे – जैसे महिला की आयु बढ़ती जाती है। उसके प्रेग्नेंट होने के आसार भी कम होने लगते है।
लेकिन पुरुष प्राकतिक रूप से अपनी पूरी आयु तक, शुक्र का उत्पादन करता रहता है। जिसके कारण वह जीवनभर बच्चे पैदा कर सकता है। परन्तु महिलाए ऐसा नहीं कर पाती। फिर भी बच्चे को जन्म देने के लिए दोनों का फर्टाईल होना जरूरी है। तभी महिला का गर्भ ठहर सकता है, अन्यथा नहीं। जिसको न समझने वाली लड़कियां प्रेग्नेंट कैसे हो सकती है?
आजकल देर से विवाह का चलन है। जिससे महिलाओं के पास प्राकृतिक तरीके से, बच्चे को जन्म देने के लिए बहुत कम समय होता है। लेकिन बिना संतान के महिला की सामाजिक प्रतिष्ठा नहीं होती। इस कारन हर विवाहित जोड़े पर, बच्चे पैदा करने का सामाजिक दबाव होता है। इसलिए जो महिलाए देर से विवाह करती है। उनके मन में एक बात बार – बार आती है कि महिला प्रेग्नेंट कैसे होती है?
प्रेगनेंसी कैसे हो सकती है ( pregnancy kaise ho sakte hain )
इन समस्याओं से बचने के लिए महिला को समय पर विवाह करना आवश्यक है। ताकि प्रेगनेंसी के लिए उसके पास पर्याप्त समय हो। क्योकि एक बार रजोनिवृत्ति आने के बाद, महिला फिर गर्भ धारण नहीं कर सकती। इसलिए देर से विवाह करने वाली लड़कियों के माता – पिता, उनकी प्रेगनेंसी को लेकर अधिक चिंतित रहते है।
आमतौर पर विवाहित जोड़े प्रेगनेंसी को लेकर, अपने अभिवाहकों से अधिक दुखी होते है। जिसके लिए वह जल्दी प्रेग्नेंट कैसे होते हैं के भरसक उपाय भी खोजते है। लेकिन कभी सफल होते है और कभी नहीं होते। हालांकि इसको समझने के लिए लड़कियां प्रेग्नेंट कब हो सकती है को जानना आवश्यक है।
जिसके लिए वह यह बात किसी से बताने में हिचकिचाते है। जिससे यह आज के प्रचलित तकनीक इंटरनेट का सहारा लेते है। जिसमे महिलाए प्रेग्नेंट कैसे होते हैं के बारे में बहुत सी जानकारिया दी गई है। लेकिन कौन सी सी किसके लिए सही है। यह निर्धारित करना कठिन है क्योकि हर महिला के शरीर में कुछ न कुछ अंतर अवश्य है।
कुछ लोगो का यह मानना है कि पीरियड में प्रेगनेंसी नहीं होती। लेकिन चिकित्सा जानकारों का मानना है कि पीरियड में प्रेगनेंसी हो सकती है। जिसको जानकार कुछ जोड़े पीरियड के दौरान, प्रेग्नेंट होने का प्रयास करते है। बिना यह जाने कि पीरियड में संबंध बनाने के नुकसान है।
इसलिए कुछ महिलाए आसानी से प्रेग्नेंट तो हो जाती है। लेकिन उनका गर्भ कुछ महीने से अधिक ठहर नहीं पाता। जिसके कारण गलत तरीके से जल्दी प्रेग्नेंट कैसे होते हैं? के द्वारा किये जाने वाले उपाय उतने प्रभावशाली नहीं होते। जितने वास्तव में होने चाहिए।
प्रेग्नेंट कैसे होता है ( pregnant kaise hota hai )
ज्यादातर लोगो का यह मानना है कि इंटरकोर्स के बाद महिला प्रेग्नेंट हो जाती है। लेकिन हर जोड़े पर यह बात लागू नहीं होती। जिससे लोगबाग प्रेग्नेंट कैसे किया जाता है उसका वीडियो देखना चाहते है। लेकिन प्रेग्नेंट होने के लिए आवश्यक पहलुओं पर ध्यान देना अति आवश्यक है।
यह बात उन महिलाओं के लिए अधिक महत्वपूर्ण है। जिनका देर से विवाह हुआ है, क्योकि इनकी रजोनिवृत्ति नजदीक होती है। जिसको किसी भी तरह से बढाया नहीं जा सकता। जिससे कुछ विवाहित लडकियां बात करती है कि क्या पीरियड में संबंध बनाना चाहिए।
हालाकिं जल्दी प्रेग्नेंट कैसे होते हैं को समझने के लिए, महिला और पुरुष में निम्नलिखित बातो का होना आवश्यक है। जिनको प्रेग्नेंट न हो पाने के कारण में शामिल किया गया है।
पुरुष के वीर्य में शुक्राणुओ की संख्या और गतिशीलता पर्याप्त हो
चिकित्सा शास्त्रों में जिन पुरुषों के वीर्य में निम्नलिखित गुण पाए जाते है। वही फर्टाइल पुरुष माने गए है।
- 40 मिलियन प्रति एमएल शुक्राणु का पाया जाना।
- और गतिशीलता कम से कम 25 माइक्रोमीटर। यह अक्सर उन पुरुषो में पाया जाता है। जिनके शुक्राणुओ में पूछ नहीं पायी जाती।
जिन पुरुषो में यह कमिया पायी जाती है। वह नपुंसक पुरुष कहे जाते है। ऐसे पुरुष महिला के स्वस्थ होने के बावजूद, बच्चे को जन्म नहीं दे सकते। जबकि महिलाओं में पुरुष से अधिक कमिया जाती है। फिर चाहे वह मासिक धर्म की कमी का हो या कोई अन्य।
फैलोपियन ट्यूब का मुँह बंद न हो
महिला का जननांग पुरुष की अपेक्षा अधिक सघन होता है। जिसमे संक्रमण आदि होने का ख़तरा बना रहता है। वही महिलाओं के प्रजननांग द्रव से भरे होते है। जिसके कारण गर्भाशय की रसौली आदि की समस्या होने का इन्हे ख़तरा होता है। जिसके कारण इनमे अस्थायी बांझपन पाया जाता है।
ऐसा होने पर फैलोपियन ट्यूब का मुँह बंद हो जाता है। जिससे ओवरी से निकलने वाले अंडे गर्भाशय तक नहीं पहुंच पाते। वही दूसरी ओर मार्ग बंद होने से, गर्भाधान करने वाले पुरुष शुक्राणु महिला के ओवम से नहीं मिल पाते। जिसके कारण गर्भ के ठहरने की गुंजाइस ही नहीं रहती। हालांकि आजकल ज्यादातर महिला में, यह समस्या देखी जाती है।
महिलाओं के शरीर में बनने वाली गाँठ का उपचार करने पर, प्रायः ठीक हो जाती है। लेकिन कुछ को ऑपरेशन की भी जरूरत पड़ सकती है। जिसके कुछ ही महीने बाद, यदि महिला प्रयास करे तो गर्भ धरण कर सकती है।
महिला ओव्युलेट ( अण्डोत्सर्ग ) कर रही हो
जो महिलाए ओवुलेशन नहीं कर पाती, वह बांझपन महिला कहा जाता है। यह महिलाओं में पाया जाने वाला, स्थायी बांझपन है। जिसकी चपेट में आने वाली महिलाओं को पीरियड होते है। लेकिन ओवुलेशन नहीं होता। जिसके कारण इनका स्वस्थ पुरुष से सम्बन्ध बनने के बाद भी गर्भ नहीं ठहरता। जिसका सबसे बड़ा कारण इनमे निषेचन की क्रिया का न होना है।
जब तक महिला और पुरुष में, इस तरह की कमियां बनी रहती है। तब तक महिला गर्भवती नहीं हो सकती। इसलिए प्रेग्नेंट कैसे होते हैं को ठीक तरह से समझना आवश्यक है। क्योकि महिला – पुरुष के स्वस्थ होने के बाद भी, बहुत कुछ करना होता है।
प्रेग्नेंट कैसे होते हैं क्या करना पड़ता है ( pregnant kaise hote hain kya karna padta hai )
बहुत से विवाहित जोड़ों में दो तरह की बातों को लेकर जिज्ञासा बनी रहती है। पहली जल्दी प्रेग्नेंट कैसे होते हैं और दूसरी प्रेग्नेंट होने की लिए क्या करना पड़ता है। यह बात अक्सर उन जोडों में पायी जाती है। जो पहली बार माता – पिता बनने जा रहे है। अथवा बार – बार प्रयास करने की बाद भी उनका गर्भ नहीं ठहर रहा।
परन्तु सच तो यह है कि जल्दी प्रेग्नेंट होने की लिए निम्न बातों का ध्यान रखना होता है –
उचित समय पर इंटरकोर्स करे
जो महिला और उसका साथी पूरी तरह से स्वस्थ है। वो यदि सही समय पर सेक्स करते है, तो उनके गर्भवती होने की संभावना सबसे अधिक होती है। यह महिला के ओवुलेशन का समय होता है। जिसके बीत जाने पर महिला गर्भवती नहीं होती।
लेकिन अधिकतर महिलाओं को उनके ओवुलेशन का ज्ञान नहीं होता। जिससे वह पीरियड के समय भी प्रेग्नेंट होने का प्रयास करते रहते है। बिना यह जाने कि पीरियड में संबंध बनाने से क्या होता है?
सही तरीके से बनाये शारीरिक सम्बन्ध
पुरुष अक्सर महिला से पहले ही डिस्चार्ज हो जाते है। जिससे महिला को स्खलन तक पहुंचने में कठिनाई होती है। जिसके लिए पुरुष को अपने शरीर और स्टेमिना पर विशेष ध्यान देना चाहिए। क्योकि महिला जब स्खलित होती है। तब उसकी योनि में तेजी से संकुचन होता है। वही जैसे – जैसे महिला स्खलन के पास पहुँचती है। वैसे – वैसे सेक्स के प्रति उसका रोमांच बढ़ता है, और तेजी से महिला बीज का उत्प्रेरण होता है।
जब महिला और पुरुष एक साथ स्खलित होते है। तब पुरुष वीर्य का अधिकांश भाग महिला गर्भाशय में पहुंच जाता है। जिससे महिलाओं के गर्भ रुकने की संभावना बढ़ जाती है। लेकिन कुछ महिलाए पीठ के बल न लेटकर, किसी अन्य स्थिति में सम्बन्ध बनाती है। जिससे वीर्य का कुछ भाग स्खलन के बाद बाहर आ सकता है। जो गर्भ धारण के लिए अच्छा नहीं माना जाता।
सम्बन्ध बनाने के तुरंत बाद उठे नहीं
आमतौर पर महिलाए सम्बन्ध बनाने के बाद, उठ जाती है। जिससे महिला की योनि में गया हुआ वीर्य बाहर आने की आशंका बनी रहती है। विशेषकर उन महिलाओं में जिनका स्खलन नहीं हुआ है। इसलिए गर्भ धारण करने वाली महिलाओं के लिए अच्छा तो यही है। सम्बन्ध बनने के बाद, कुछ समय तक उसी स्थिति में सोये रहे।
सामान्य दिनों में सम्बन्ध बनाने के बाद, मूत्र त्याग करना अच्छा माना जाता है। जिसका सबसे बड़ा कारण संक्रमण से हमारा बचाव होता है। लेकिन प्रेग्नेंट होने के ऐसा करना ठीक नहीं, क्योकि ऐसा करने पर मूत्र के साथ वीर्य भी बाहर आ सकता है।
हालाकिं चिकित्सा आदि में इस बात का कोई प्रमाण नहीं है। फिर भी जानकार लोग जल्दी प्रेग्नेंट होने के लिए इन उपायों का सुझाव देते है। जो व्यवहारिक रूप से प्रयोग में लाने पर, इच्छित परिणामों को देते है।
जल्दी प्रेग्नेंट कैसे होते हैं ( how can i get pregnant fast in hindi )
प्रेग्नेंट होने के लिए भावना शुद्ध होना परम आवश्यक है। जिससे न केवल पति – पत्नी में प्यार बना रहता है। बल्कि गर्भावस्था के कठिन समय में एक दुसरे का सहयोग भी मिलता है। यह बात इसलिए भी आवश्यक है क्योकि प्रेगनेंसी के दौरान उतार – चढाव लगे रहते है।
जिसमे गर्भवती महिला सबसे अधिक भावनात्मक बनी होती है। जिसके कारन थोड़ी भी तकलीफ होने पर, ढाढस नहीं रख पाती। लेकिन यदि पति – पत्नी में आपसी समझ बनी रहे, तो गर्भवती महिला मानसिक रूप से मजबूत बने रहती है। जिसका सकारात्मक प्रभाव होने वाले बच्चे पर पड़ता है।
सामान्य वजन वाली महिलाए गर्भ ठहरने के लिए, अपने सबसे उपजाऊ समय पर सम्भोग करे तो उनके प्रेग्नेंट होने की संभावना सबसे अधिक होती है। परन्तु अधिकतर महिलाए हार्मोनल इम्बैलेंस से पीड़ित रहती है। जिसके कारण इनमे पी सी ओ एस और पी सी ओ डी की समस्या आमतौर पर दिखाई पड़ती है।
जिसका नकारात्मक प्रभाव इनके आने वाले पीरियड पर दिखाई पड़ता है। जिससे इनके पीरियड कम अथवा ज्यादा हो सकती है। इस कारण इनको अपने सबसे उपजाऊ दिन का पता लगाने में कठिनाई होती है। इसलिए यह जल्दी प्रेग्नेंट कैसे होते हैं के उपायों को आजमाने लगती है। जोकि बिना विशेषज्ञीय सलाह के करना हानिकारक हो सकता है।
महिलाओं का वजन प्रेगनेंसी अहम योगदान रखता है। जिसके कारण अधिक वजन वाली महिलाए आवश्यकता से अधिक पोषण वाली हो जाया करती है। और कम वजन वाली महिलाए पोषण की कमी से जूझती रहती है। जिससे इनके मन में एक ही बात बार – बार आया करती है, कि जल्दी प्रेग्नेंट कैसे होते हैं ( jaldi Pregnant Kaise Hote Hain ).
मुझे प्रेग्नेंट होना है क्या करूँ ( mujhe pregnant hona hai kya karun )
इसके साथ उम्र बढ़ने के साथ महिलाओं में, ओवुलेशन की दर घटने लगती है। जो एक अवस्था के बाद बंद हो जाया करती है। जिसको महिलाओं का मेनोपॉज या रजोनिवृत्ति कहा जाता है। यह गर्भावस्था के लिए विघातक है, क्योकि इसके आने के बाद महिला गर्भधारण नहीं कर पाती। जिससे घबराकर महिलाए जल्दी प्रेग्नेंट कैसे होते हैं के बारे में सोचने को मजबूर हो जाते है।
हालाकिं सब कुछ सामान्य रहने पर, महिलाए आसानी से प्रेग्नेंट हो जाया करती है। लेकिन कुछ महिला को प्रेग्नेंट होने में अड़चनों का सामना करना भी पड़ सकता है। जिससे बचने के लिए महिलाओं को अपनी जीवनशैली में सुधार करना बहुत आवश्यक है।
लेकिन अत्याधुनिक सुविधाओं के बढ़ जाने से, आलस्य हम सभी पर हावी है। जिससे महिलाए भी अछूती नहीं है। इस कारण घर का कामकाज करने के लिए मशीनों का प्रयोग होने लगा है। जिसके कारण घर पर बनाया जाने वाला खाना भी बाजार के जैसा ही हो चला है। जिसका उपभोग हम पोषकता – अपोषकता का विचार किये बिना ही करते है। फिर प्रेगनेंसी के लिए प्रयास करने पर जल्दी प्रेग्नेंट कैसे होते हैं?
फिर भी जल्दी प्रेग्नेंट होने के लिए कुछ उपाय ऐसे है। जिनका उपयोग किया जाय तो कोई भी महिला जल्दी प्रेग्नेंट हो सकती है। जोकि इस प्रकार है –
पोषकता से भरपूर आहार लेना
महिला को स्वस्थ बनाने में प्रोटीन, खनिज और विटामिन का महत्वपूर्ण योगदान होता है। लेकिन इसकी एक निश्चित मात्रा में, न कि अनिश्चित मात्रा में। पर बहुत सी महिलाए इतना अधिक खाती है कि इनमे मोटापा बढ़ने लगता है। जिससे पीड़ित महिलाए Pregnant Kaise Hote Hain के बारे में फिकर करती है।
वही कुछ महिलाए किसी काम धंधे आदि की अव्यवस्था के कारण, स्वास्थ्य पर ध्यान नहीं दे पाती। जिसके कारण वजन में कमी देखी जाने लगती है। जो प्रेगनेंसी में दिक्कत पैदा कर सकती है। जिसके कारण यह प्रेगनेंट कैसे होते है ( pregnant kaise hota hai ).
इसलिए जो महिलाए प्रेग्नेंट होना चाहती है। उनके लिए उन्हें अपने भोजन में खान – पान का विशेष ध्यान रखना चाहिए। जिसमे मुख्य रूप से दाल, अनाज, तेल और घी आदि है। जिनके नियमित सेवन से महिला का स्वस्थ दिन ब दिन सुधरने लगता है।
दिनचर्या को व्यवस्थित रखना
व्यवस्थित दिनचर्या के बिना प्रेग्नेंट होना कठिन है। जिसमे समय पर भोजन, सोना और जागना है। आज के समय में यह तीन विषंगतियाँ महिलाओं में देखी जाती है। जिसको सुधारने पर महिलाए आसानी से गर्भ धारण करने लगती है।
भरपूर नींद लेना
शरीर के आंतरिक तापमान को नियंत्रित करने के लिए नींद बहुत जरूरी है। लेकिन आजकल लोग तनाव ग्रस्त होते है। जिसके कारण चाहने पर भी उन्हें नींद नहीं आती। यदि किसी उपाय से आ भी गई तो बहुत देर से। ऐसे में नींद पूरी न होने की समस्या होती है। जिसके कारण यकृत ठीक से अपना काम नहीं कर पाता। इस कारण शरीर का ताप बढ़ने लगता है। ऐसे में बात आती है कि जल्दी प्रेग्नेंट कैसे होते हैं ( jaldi Pregnant Kaise Hote Hain )
प्रेगनेंसी के लिए महिला के शरीर का ताप बढ़ने से, अंडे के निषेचन की क्रिया में बाधा पड़ती है। जिसे दूर करने के लिए 7- 8 घंटे की नींद लेना आवश्यक है। ऐसा करने से सर दर्द की समस्या नहीं होती। जिससे मानसिक संतुलन बना रहता है।
तनाव ( स्ट्रेस ) न लेना
महिलाओ के प्रेग्नेंट होने का सबसे बड़ा कारण तनाव है। जो किसी भी कारण हो सकता है। ऐसे में महिला प्रेग्नेंट कैसे होते हैं? तनाव होने पर महिलाओं का प्रजनन तंत्र ठीक से काम नहीं करता। जिसके कारण महिला को प्रेग्नेंट होने में समस्या होती है।
इसका मूल कारण हार्मोन्स का असंतुलित हो जाना है। जिसको कम करने के लिए प्राकृतिक स्थानों पर घूमना, प्रेरणादायी पुस्तकों आदि को पढ़ने से आशातीत लाभ होता है।
शरीर में विटामिन डी और विटामिन बी12 की कमी न होने देना
महिला के गर्भाषयिक विकास और हार्मोन्स को सन्तुलित रखने में, विटामिन डी और बी अत्यंत उपयोगी है। जिसके कारण जल्दी प्रेग्नेंट होने के लिए इनकी आपूर्ति बनाये रखना, बहुत उपयोगी है।
शरीर में पर्याप्त कैल्शियम की आपूर्ति बनाये रखे
मानव शरीर में पायी जाने वाले खनिजों में कैल्शियम सबसे अधिक है। इसकी कमी से महिलाओं के हड्डियों में दर्द और कमजोरी की समस्या बनी रहती है। जिससे गर्भ के ठहरने में कठिनाई का सामना करना पड़ता है। इसलिए इसको दूर किये बिना जल्दी प्रेग्नेंट कैसे होते हैं?
आवश्यक और पर्याप्त परिश्रम करना
जब महिला परिश्रम करती है। तब उसके गर्भाशय के आंतरिक हिस्सों में मजबूती आती है। जिसमे महिला का गर्भाशय गर्भ धारण के लिए उपयुक्त बना रहता है। जबकि ऐसा न करने से गर्भाशय शिथिल पड़ जाता है। जिससे गर्भ के रुकने में बहुत सी कठिनाइयां आती है।
वजन को नियंत्रित रखना
वजन अधिक होना अति पोषण और कम होना कुपोषण की निशानी है। जिन महिलाओं में यह समस्या पायी जाती है। उनको गर्भ धारण करने में कठिनाई का सामना करना पड़ सकता है।
मादक द्रव्यों का सेवन और धूम्रपान न करना
आजकल मादक द्रव्यों के सेवन का प्रचलन बढ़ता ही जा रहा है। जिससे महिलाए भी अछूती नहीं रही। महिलाओं को ऐसा करने से उनका गर्भाशय कंज़ोर होने लगता है। जिससे इनकी प्रजनन क्षमता कम हो जाती है।
कैफीन का सेवन कम से कम करना
कैफीन में नींद और भूख मारने की क्षमता पायी जाती है। जो चाय और काफी इत्यादि खाने की चीजों में पायी जाती है। जिससे महिलाए मानसिक रूप से कमजोर और कुपोषण का शिकार हो जाती है। जोकि जल्दी प्रेग्नेंट होने के लिए उचित नहीं।
गुप्तांगों को साफ – सुथरा रखना
महिला गुप्तांग पुरुष जननांग से अधिक सघन होता है। जिसको रोकने के लिए दोनों के गुप्तांगों में बाल पाए जाते है। जिसको कुछ लोग हटा देते है। जिससे इनको समबन्ध बनाने के दौरान, रगड़ लगने का ख़तरा रहता है। यह पसीना आदि से पनपने वाले जीवाणुओ को यही तक सीमित रखता है। जिसको क्षारीय जल से हम आसानी से साफ कर सकते है।
नियमित सम्भोग करना
हालाकिं महिलाए एक निश्चित समय पर, सम्बन्ध बनाने पर ही गर्भ धारण है। लेकिन जिन महिलाओं में इर्रेगुलर पीरियड की समस्या होती है। उन्हें गर्भवती होने के उन दिनों का पता नहीं लग पाता। जिससे नियमित सम्भोग करके बढ़ाया जा सकता है।
लुब्रिकेंट का इस्तेमाल न करना
यदि आप सम्बन्ध बनाते समय, किसी कृत्रिम द्रव या जेल का इस्तेमाल करती है। तो गर्भवती होने के लिए ऐसा न करे। ऐसा करने से यह पुरुष वीर्य के साथ मिल जाता है। जिससे इसमें पाए जाने वाले तत्व शुक्राणुओ को नष्ट कर सकते है। जो जल्दी प्रेग्नेंट कैसे हो सकते हैं में बाधक हो सकता है।
गर्भ निरोधक उपायों को न अपनाना
जो महिलाए प्रेग्नेंट होने के लिए प्रयासरत है। उन्हें गर्भ निरोधक उपायों को नहीं अपनाना चाहिए। क्योकि गर्भ निरोधक उपाय महिला को गर्भ धारण करने से रोकते है। जल्दी प्रेग्नेंट होने के लिए यह एक अच्छा उपाय है।
मासिक धर्म को नियमित बनाये रखना
महिला का पीरियड इर्रेगुलर होने पर, पीरियड एक समय पर नहीं होता है। अर्थात उसके समयावधि में उतार और चढ़ाव देखा जाता है। कभी – कभी किसी – किसी महिलाए में, पीरियड के दौरान ब्लीडिंग की समस्या भी देखी जाती है। जिससे कुछ महिलाओ को ब्लीडिंग अधिक होती है, तो किसी को बहुत कम होती है।
इसके साथ कुछ को दो – तीन दिन में ही ब्लीडिंग समाप्त हो जाती है। लेकिन किसी को हफ्तों जारी रहती है। जिससे इनके मासिक धर्म में अनियमितता पायी जाती है।
मासिक धर्म में होने वाले ओवुलेशन का ठीक से पता लगाना
ऐसा होने पर महिलाए को अपने ओव्यूलेशन पीरियड को पढ़ने में कठिनाई होती है। जिससे महिला को गर्भ धारण करने के लिए उपयुक्त दिन का पता नहीं लग पाता। जिसमे वह अपने साथी से सम्बन्ध बनाकर प्रेग्नेंट हो सकती थी।
उपसंहार :
देर से विवाह करने वाली लड़कियों के मन में, प्रेगनेंसी को लेकर एक ही बात कि चिंता होती है कि जल्दी प्रेग्नेंट कैसे होते हैं? क्योकि उन्हें यह पता होता कि उनका मेनोपॉज करीब है। जिसके बाद माँ बनने की गुंजाइस लगभग – लगभग नहीं रह जाती। लेकिन कुछ महिलाए ऐसी भी होती है। जिसको बार – बार प्रयास करने के बाद भी गर्भ नहीं ठहरता। जिससे उनके मन में प्रेग्नेंट कैसे होते हैं की इच्छा बनी रहती है।
परन्तु पहली बार माँ बनने की कामना करने वाले विवाहित जोड़े, महिला प्रेग्नेंट कैसे होता है ( Pregnant Kaise Hote Hain ) को लेकर अनभिज्ञ बने रहते है। जिससे उनके मन में jaldi Pregnant Kaise Hote Hain को जान्ने की उत्सुकता बनी रहती है। हालांकि हर महिला के शरीर की अपनी विशेषता है। जिसके कारण उनमे प्रेग्नेंट होने में समस्या हो सकती है।
लेकिन यदि महिला आहार, दिनचर्या और परिश्रम का ध्यान रखे तो उसे प्रेग्नेंट होने में सहायता मिलती है। इसके साथ सही समय पर सम्बन्ध बनाने पर महिला गर्भ धारण कर ही लेती है। यदि महिला और उसके साथी को अन्य कोई स्वास्थ्य समस्या न हो।
सन्दर्भ :
भाव प्रकाश – गर्भ प्रकरण
FAQ
थायराइड में प्रेग्नेंट कैसे हो?
थायराइड हार्मोन्स के असंतुलित होने से होने वाली बीमारी है। जो महिला के जननांग पर अपना विपरीत असर दिखाती है। जिससे थायराइड से प्रेगनेंसी में प्रॉब्लम होती है। परन्तु उचित प्रबंधन और उपचार के द्वारा, थायराइड होने पर भी महिलाए प्रेग्नेंट हो सकती है।
प्रेग्नेंट कैसे होते हैं कैसे पता चलता है?
स्वस्थ महिला – पुरुष के जोड़े, यदि सही समय पर सम्बन्ध बनाये तो आसानी से प्रेग्नेंट हो सकते है। जिसका पता प्रेगनेंसी में मिलने वाले लक्षणों से लगाया जा सकता है। लेकिन आजकल प्रेगनेंसी की जांच करने के लिए, बाजारों में प्रेगनेंसी टेस्ट किट पायी जाती है। जिसमे महिला के सोकर उतने के बाद, निकलने वाले पेशाब का उपयोग किया जाता है।
शादी के बाद प्रेग्नेंट कब होते हैं?
भारतीय समाज में विवाह के बाद ही महिला बच्चे को जन्म देती है। जिसके लिए यदि विवाहित महिला अपने पुरुष साथी से, ओवुलेशन के समय सम्बन्ध बनाये तो प्रेग्नेंट हो सकती है।
फैलोपियन ट्यूब में रुकावट के बाद गर्भवती कैसे हो?
फैलोपियन ट्यूब में रुकावट होने के बाद, महिलाए प्रेग्नेंट कैसे हो सकते है। क्योकि फैलोपियन ट्यूब में भ्रूण बनने की प्रक्रिया आरम्भ होती है। जब यह बंद होती है, तब इसके होने की संभावना ही समाप्त हो जाती है। लेकिन उपचार और ऑपरेशन के बाद, यह ट्यूब खुल जाती है। जिसके बाद महिला फिर से प्रेग्नेंट हो सकती है।
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